जन्म से लेकर शादी तक का खर्चा! राजस्थान की भजनलाल सरकार में बेटियों के लिए स्पेशल स्कीम
Rajasthan: राजस्थान में बच्चियों के लिए कई स्कीम चलाई जा रही है. जिसके तहत उन्हें फ्री शिक्षा दी जाती है. CBSC उड़ान स्कीम के तहत लड़कियों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई की सुविधा देती है. वहीं सुकन्या समृद्धि स्कीम की तरह ही बालिका समृद्धि योजना होती है. इसमें परिवार को बेटी के जन्म के बाद 500 रुपये दिए जाते हैं.

Rajasthan Government: राजस्थान की भजनलाल सरकार प्रदेश की जनता के लिए बहुत सी योजनाएं चला रही है. इन योजनाओं के तहत इन्हें आर्थिक मदद प्रदान की जाती है. सरकार प्रदेश की बच्चियों के लिए स्कीम चलाती है, जिसके तहत उन्हें फ्री शिक्षा दी जाती है. साथ ही परिवार को बेटी होने का लाभ भी मिलता है.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान में लड़कियों के जन्म को प्रोत्साहन करने और शिक्षा के अधिकार के तहत कई योजना चलाई जा रही है. इनसे बच्चियों का भविष्य उज्ज्वल करने में मदद मिलती है. आज हम आपको भजनलाल सरकार की उन स्कीम के बारे में बताएंगे जो सिर्फ बेटियों के लिए है.
CBSC उड़ान स्कीम
राजस्थान सरकार ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत CBSC उड़ान स्कीम शुरू की थी. यह योजना लड़कियों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई की सुविधा देती है. बेटियों को स्टडी मैटेरियल के साथ टैबलेट भी दिया जाता है, जिससे वे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने की तैयारी कर सकें.
सुकन्या समृद्धि योजना
केंद्र सरकार ने बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि स्कीम शुरू की. एक स्मॉल सेविंग स्कीम है. बेटियों के जन्म से लेकर 10 साल तक निवेश कर सकते हैं. इसमें ब्याज दर 7.6 फीसदी है. लड़की के 18 साल के होने पर योजना के पैसे आप बाहर निकाल सकते हैं. इस स्कीम का मैच्योरिटी टेन्योर 21 साल का होता है.
बालिका समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि स्कीम की तरह ही बालिका समृद्धि योजना होती है. इसमें परिवार को बेटी के जन्म के बाद 500 रुपये दिए जाते हैं. आप इस योजना का लाभ पोस्ट ऑफिस और बैंक में अकाउंट ओपन कर सकते हैं. इसमें सरकार की तरफ से ब्याज दिया जाता है. इस योजना में निवेश की गई राशि को आप बेटी के 18 साल पूरे होने के बाद निकाल सकते हैं.
मुख्यमंत्री राजश्री योजना
यह योजना राजस्थान सरकार की ओर से प्रदेश की बेटियों के लिए चलाई जा रही है. मुख्यमंत्री राजश्री योजना की शुरुआत 1 जून 2016 को की गई थी. इसका उद्देश्य लड़कियों के लिए बेहतर सोच और उनकी शिक्षा के लेवल को आगे बढ़ाना है. स्कीम में जन्म से लेकर 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई का खर्च सरकार उठाती है. उन्हें 6 किस्तों में 50 हजार रुपये दिए जाते हैं. वहीं अब इस योजना को लाडो योजना में मिला दिया गया है. इसलिए अब लाभार्थियों को 50 हजार की जगह 1 लाख रुपये की मदद दी जाती है.