'पुलिस बिना परमिशन निकाल रही कॉल रिकॉर्ड', लोगों को कर रही ब्लैकमेल, बीजेपी विधायक भूपेंद्र सिंह का बड़ा दावा
एमपी के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है. सिंह ने कहा कि पुलिस बिना अनुमति के कुछ लोगों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाल रही है. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि कुछ व्यक्तियों को धमकाया गया है और उनसे जबरन वसूली की गई है.

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में इन दिनों फोन टैपिंग पर बवाल मचा हुआ है. एमपी के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है. सिंह ने बुधवार को कहा कि पुलिस बिना अनुमति के कुछ लोगों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाल रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भूपेंद्र सिंह ने उप मुख्यमंत्री और सागर जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला से मुलाकात की और इस मुद्दे को उठाया. इस पर डिप्टी सीएम ने इसे गंभीर मुद्दा मनाते हुए जांच कराने का आश्वासन दिया है.
लोगों को धमकाया जा रहा-सिंह
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि 'मेरे पास लोग फोन टैपिंग का मामला लेकर आ रहे हैं. उनका कहना है कि उनके द्वारा किए गए फोन कॉल के आधार पर उन पर आरोप लगाए गए हैं.' बीजेपी नेता ने कहा कि वह सागर में स्थानीय स्तर पर कॉल डिटेल रिकॉर्ड का गलत इस्तेमाल किया गया. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि कुछ व्यक्तियों को धमकाया गया है और उनसे जबरन वसूली की गई है. उनका दावा है कि उनके सीडीआर को उचित (प्रक्रिया) के बिना एक्सेस किया जा रहा है.'
मामले की होगी जांच
इस संबंध में सागर जिले वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि अपराध की जांच के लिए सीडीआर का उपयोग किया जाता है. यदि किसी गड़बड़ी का पता चला तो उसकी जांच की जाएगी. वहीं पुलिस अधीक्षक संजीव उइके ने कहा कि 'मामला सामने आया है, लेकिन कोई भी पीड़ित पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आया है.' उन्होंने कहा कि वह सिंह से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. जांच की जाएगी और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी पर कांग्रेस का हमला
इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी बीजेपी को निशाना बना रही है. एमपी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, 'अगर एक पूर्व गृह मंत्री इस राज्य में असुरक्षित महसूस करता है, तो संदेश स्पष्ट है कि यह माफिया-नियंत्रित शासन है.' पटवारी ने कहा कि सिंह के आरोप बताते हैं कि प्रदेश में स्थिति कितनी खराब है. उन्होंने कहा कि 'अब तो आम लोग और पूर्व गृह मंत्रियों के समर्थक भी सुरक्षित नहीं हैं.' पुलिस व्यक्तिगत कॉल डिटेल्स हासिल करके पैसे वसूल रही है, आरोप बहुत गंभीर हैं और मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.'