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खाली सिलेंडर से करते रहे मरीज का इलाज, अस्पताल की लापरवाही से गई मासूम की जान

झारखंड के एक सरकारी अस्पताल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. परिवार ने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही के कारण उन्होंने अपने को खो दिया. बताया गया कि सांस लेने के कारण मरीज को दिक्कत हुई,इसपर अस्पताल ने 3 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए. लेकिन तीनों ही खाली निकले. जिसके कारण पीड़ित की मौत हुई.

खाली सिलेंडर से करते रहे मरीज का इलाज, अस्पताल की लापरवाही से गई मासूम की जान
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( Image Source:  File Photo ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Published on: 2 Oct 2024 11:12 AM

हज़ारीबागः झारखंड स्थित हज़ारीबाग में सरकारी शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की लापरवाही के कारण एक मरीज की मौत हो गई. जिसपर गुस्साए परिजनों ने अस्पताल मैनेजमेंट पर सवाल खड़े किए हैं.

मृतक के परिजनों का कहना है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने खाली ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाया है. खाली सिलेंडर मिल जाने के कारण परिवार ने एक अपने को खोया है.

भाई ने दर्ज कराई FIR

अस्पताल की लापरवाही के कारण कालीचरण यादव की मौत हुई. इस पर आक्रोषित भाई उमेश ने हज़ारीबाग सदर पुलिस स्टेशन में सोमवार शाम अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है. दर्ज हुई FIR में उमेश ने आरोप लगाया कि अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हें खाली सिलेंडर उपलब्ध कराया था. जिसके कारण उनके भाई की मौत हो गई.

सीने में लगी चोट

पुलिस स्टेशन में दायर हुई FIR के मुताबिक 26 सितबंर 2024 को हुरुहुरु रोड पर एक वाहन से टकराने के कारण कालीचरण दुर्घटना का शिकार हो गए. चोट लगने के बाद पीड़ित को सीने में दर्द महसूस हुआ. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. मृतक के भाई ने जानकारी देते हुए कहा कि इलाज के दौरान उसके भाई को तीन ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए गए. लेकिन तीनों ही सिलेंडर खाली थे. इससे मरीज को सांस लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा, इसी सांस लेने की दिक्कत के कारण उन्होंने अपने भाई को खो दिया. वहीं इसपर मेडिकल अधिकारी का भी बयान सामने आया है.

जांच के दिए आदेश

इस घटना के बाद मेडिकल अधिकारी ने डॉ. अनुकरण पूर्ती ने इस मामले में जांच के निर्दश दिए हैं. उन्होंने कहा कि ये कहना बहुत जल्दी होगा कि ऑक्सीजन सिलेंडर खाली थे या फिर उनमें न्यूनतम ऑक्सीजन थी. उन्होंने ये भी कहा कि ये भी जांच करना बहुत आवश्यक है कि तीन सिलेंडरों का इस्तेमाल करना क्यों और कैसे करना पड़ा. अधिकारी ने बताया कि मैं एक सप्ताह पहले ही अस्पताल में शामिल हुआ हूं. फिलहाल काम को समझने में समय लग रहा है. उन्होंने बताया कि मैंने सभी खाली सिलेंडर को अस्पताल परिसर से हटाने का आदेश दिया है. एक बार रिपोर्ट सामने आने के बाद जो भी मामले में दोषी पाया गया उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.

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