10वीं की छात्रा हुई ठगी का शिकार, दादी का बैंक अकाउंट खाली कराकर लूटे 80 लाख
गुरुग्राम में कुछ लोगों ने 15 साल की लड़की को ठगी का शिकार बनाया और उससे 80 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया. मामले उस समय उजागर हुआ जब युवती के दादी के अकाउंट खाली हुआ, महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी और 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. अब तक पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

गुरुग्राम में साइबर ठगों ने 15 साल की बच्ची को शिकार बनाया और उससे 80 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया. हालांकि पुलिस को इसकी सूचना मिली. जिसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल ठगों ने युवती की तस्वीरें एडिट कर और उसे डराना धमकाना शुरू किया. ठगों का उस तस्वीर को ऑनलाइन पोस्ट कराने की धमकी दी थी.
ठगों ने धमकी देकर अब तक युवती की दादी के अकाउंट से 80 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए थे. बता दें कि गिरफ्तार हुए तीन आरोपियों की पहचान गुरुग्राम के रहने वाले सुमित कटारिया, कुशा, खुडाना महेंद्रगढ़ के रूप में हुई है. आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद पुलिस ने चार दिन की रिमांड पर लिया है.
जमीन के पैसों को लूट लिया
दरअसल 21 दिसंबर को उस समय मामले का खुलासा हुआ जब महिला ने थाना सेक्टर 10 में शिकायत की. महिला ने पुलिस को बताया कि उनके बैंक खाते में जमीन के रूपये थे. लेकिन अचानक उनका अकाउंट खाली हो गया. महिला ने बताया कि उनकी ऑनलाइन बैंकिंग का कामकाज उनकी पोती संभाला करती थी. महिला ने बताया कि कुछ लोगों ने उनकी पोती को उसकी फोटो वायरल करने की धमकी दी और इस तरह से 80 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए. पुलिस को सात लोगों के खिलाफ महिला ने शिकायत दर्ज करवाई है. जिसके आधार पर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया और पूछताछ जारी है.
कई अकाउंट में पैसे कराए ट्रांसफर
ब्लैकमेल कर रहे ठगों ने युवती से एक ही अकाउंट में पैसे नहीं ट्रांसफर करवाए. इसकी जानकारी तब मिली जब बैंक अकाउंट में सारे पैसे खत्म हुए. अधिकारियों का कहना है कि फरवरी में ब्लैकमेलर्स पीड़िता की फोटो एडिट कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया. वहीं ये सिलसिला चलता रहा और अलग-अलग अकाउंट में ब्लैकमेलर्स पैसे ट्रांसफर करवाने को कहते रहे.
पुलिस का कहना है कि बैंक से इसकी जानकारी मांगी गई है कि किन अकाउंट्स में अब तक पैसे ट्रांसफर किए जा चुके हैं. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों के बैंक खातों में अलग-अलग समय पर पांच हजार रुपये लेकर लगभग एक लाख रुपये तक ट्रांसफर किए गए हैं.