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ठंड का सितम! 1987 के बाद दिल्ली में टेंपरेचर 5°C से भी कम, सर्द हवाओं के साथ शीतलहर का कहर

दिल्ली में ठंड का सितम जारी है, दिन पर दिन ठंड बढ़ती जा रही है. बुधवार को सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस था जो कि जनरल से 4.7 डिग्री सेल्सियस कम था. ऐसा टेंपरेचर 1987 के बाद से सबसे कम मिनिमम टेंपरेचर है. दिसंबर 11 को दिल्ली के अधिकतर हिस्सों में शीतलहर या 5 डिग्री सेल्सियस से कम मिनिमम टेंपरेचर का अनुभव लोगों को नहीं हुआ.

ठंड का सितम! 1987 के बाद दिल्ली में टेंपरेचर 5°C से भी कम, सर्द हवाओं के साथ शीतलहर का कहर
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( Image Source:  ANI )

दिल्ली में ठंड का मौसम आ गया है. बुधवार को सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस था जो कि जनरल से 4.7 डिग्री सेल्सियस कम था. ऐसा टेंपरेचर 1987 के बास से सबसे कम मिनिमम टेंपरेचर है और आपको बता दें कि 1996 में भी कुछ ऐसा ही देखा गया था. मौसम केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि इससे पहले स्टेशन ने आखिरी बार 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे न्यूनतम तापमान 6 दिसंबर 1987 को देखा था.

बुधवार को सफदरजंग स्टेशन पर दर्ज न्यूनतम तापमान ने भी इसे मौसम का पहला शीत लहर का दिन माना है. IMD का कहना है कि जनरल से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा टेंपरेचर को शीत लहर कहा जाता है. IMD ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है. आज और कल शीत लहर बनी रह सकती है. साथ ही न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है.

कब था सबसे पहला शीत लहर दिन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज का नहीं बल्कि 2020 में 15 नवंबर को शीत लहर का दिन माना गया था. मौसम विभाग ने ठंड की वजह साफ हवा और बर्फ़ से ढके पहाड़ों से बहने वाली ठंडी हवाओं को शीत लहर का कारण बताया है. दिल्ली में इन दिनों बादल गायब हो गए जिसकी वजह से तेजी से मिनिमम टेंपरेचर में गिरावट आई है.

दिल्ली में 11 दिसंबर की शीतलहर

दिसंबर 11 को दिल्ली के अधिकतर हिस्सों में शीतलहर या 5 डिग्री सेल्सियस से कम मिनिमम टेंपरेचर का अनुभव नहीं हुआ. दिन के मिनिमम टेंपरेचर का डेटा शहर के 15 से 12 स्टेशनों पर मौजूद था. केवल तीन स्टेशन ऐसे हैं जो मिनिमम डिग्री सेल्सियस या उससे कम दर्ज किए गए हैं- आयानगर, लोधी रोड और सफदरजंग. वहीं चार स्टेशनों पर बस शीत लहर के हालात मिले- आयानगर, नरेला, नजफगढ़ और सफदरजंग. ग्रिडेड डेटा के मुताबिक दिल्ली में 11 दिसंबर को औसत न्यूनतम तापमान 6.72 डिग्री सेल्सियस था.

शीत लहर बनी रहेगी- महेश पलावत

निजी मौसम पूर्वानुमान सेवा स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने का कहना है कि- "महीने की शुरुआत में पश्चिमी विक्षोभ के दौरान बर्फबारी दर्ज की गई थी, जिसका असर धीरे-धीरे पूरे मैदानी इलाकों में महसूस किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "पूर्वानुमान था कि 11 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बनेगी. दिल्ली-एनसीआर में विशेष रूप से लगातार 10-15 किमी/घंटा की गति से हवाएं चल रही हैं, साथ ही साफ आसमान के कारण तापमान में भी गिरावट आई है." उन्होंने कहा कि हवाएं तेज बनी रहेंगी, जिससे अगले दो से तीन दिनों में तापमान में और गिरावट आएगी."

आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, 'अगले कुछ दिनों में हमें एक और पश्चिमी विक्षोभ देखने की संभावना नहीं है, जो आम तौर पर हवा की स्पीड को धीमा कर देता है और बादल छा जाते हैं. इसका मतलब है कि हवा की स्पीड स्थिर (10-20 किमी/घंटा) रहेगी और दिन के समय उत्तर-पश्चिमी रहेगी, जिससे हफ्ते भर तक दिल्ली में मिनिमम टेंपरेचर 4-6 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. उन्होंने कहा कि साफ आसमान, खासकर रात के समय भी टेंपरेचर में तेज गिरावट ला रहा है. "जब आसमान साफ ​​होता है, तो दिन के समय सतह का टेंपरेचर रात के समय भी उतनी ही तेजी से खत्म हो जाता है."

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