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बिना चुनाव लड़े ही बन गईं दिल्‍ली की पहली महिला मुख्‍यमंत्री, नाम पर दर्ज है कई रिकॉर्ड

दिल्ली में इस समय आम आदमी पार्टी की सरकार है. आतिशी मुख्यमंत्री हैं. वह दिल्ली की तीसरी महिला सीएम हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल्ली की पहली सीएम कौन थीं... अगर नहीं, तो आइए हम आपको बताते हैं, लेकिन उससे पहले यह जान लीजिए कि बीजेपी ने दिल्ली को पहली महिला सीएम दिया था, जिनके नाम कई रिकॉर्ड्स हैं...

बिना चुनाव लड़े ही बन गईं दिल्‍ली की पहली महिला मुख्‍यमंत्री, नाम पर दर्ज है कई रिकॉर्ड
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Sushma Swaraj Records: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. दिल्ली में वोट 5 फरवरी को डाले जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी. इस समय आम आदमी पार्टी (AAP) की आतिशी सीएम पद पर काबिज हैं. वे दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं. उनसे पहले दो महिलाएं सीएम पद पर रह चुकी थीं.

दिल्ली में पिछले 10 साल से AAP सत्ता पर काबिज है. बीजेपी 26 साल से चुनाव हार रही है. पिछली बार उसे केवल 8 सीटों पर जीत नसीब हुई थी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बीजेपी ने ही दिल्ली को पहली महिला सीएम दिया था. आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं...

कौन थीं दिल्ली की महिला सीएम?

दिल्ली की पहली महिला सीएम सुषमा स्वराज थीं. उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था. हालांकि, सीएम के तौर पर उनका कार्यकाल महज 52 दिन ही रहा. इसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.

सुषमा स्वराज 12 अक्टूबर 1998 को दिल्ली में बीजेपी की तीसरी सीएम बनीं. वह इस पद पर 3 दिसंबर 1998 तक रहीं. उनसे पहले साहिब सिंह वर्मा और मदन लाल खुराना मुख्यमंत्री थे. खुराना 2 दिसंबर 1993 से लेकर 26 फरवरी 1996 तक, जबकि वर्मा 26 फरवरी 1996 से 12 अक्टूबर 1998 तक सीएम रहे.

बिना चुनाव लड़े ही सीएम बनीं सुषमा स्वराज

सुषमा स्वराज बिना चुनाव लड़े ही सीएम बनी थीं. वे केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री बनी थीं. उसने पहले साहिब सिंह वर्मा सीएम थे.

1993 में बीजेपी को मिली थीं 49 सीटें

दिल्ली में 1952 के बाद 1993 में चुनाव हुए थे. इस चुनाव में बीजेपी को 70 सीटों में 49 सीटों पर जीत मिली थी. कुल 58.5 लाख मतदाता थे. 1998 के बाद बीजेपी सत्ता से दूर रही है.

सुषमा स्वराज के नाम कई रिकॉर्ड

सुषमा स्वराज ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, संसदीय मामलों की मंत्री, विपक्ष की नेता और विदेश मंत्री के रूप में काम किया है. उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा (तत्कालीन पंजाब) के अंबाला छावनी में हुआ था. उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. वे 25 साल की उम्र में 1977 में देश की प्रथम महिला केंद्रीय मंत्री बनीं. इसके बाद 1979 में वे 27 साल की उम्र में हरियाणा बीजेपी की अध्यक्ष बनीं.

सुषमा स्वराज भारत की किसी राष्ट्रीय पार्टी की प्रवक्ता बनने वाली पहली महिला थीं. उनके नाम प्रथम महिला महासचिव, विदेश मंत्री और विपक्ष की नेता बनने का भी रिकॉर्ड है. उन्होंने 11 राज्यों से 11 बार चुनाव लड़े. वह संसद की पहली और इकलौती महिला सांसद हैं, जिन्हें आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंटेरियन सम्मान मिला.

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