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शौर्य सुसाइड केस में हेडमास्टर और 3 टीचर्स सस्पेंड, दिल्ली सरकार ने हाई-लेवल कमेटी से तीन दिन में मांगी रिपोर्ट- TOP UPDATES

दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल में 16 वर्षीय छात्र शौर्य पाटिल की आत्महत्या के बाद बड़ा एक्शन हुआ है. FIR में नामजद हेडमास्टर और तीन शिक्षकों को स्कूल ने तत्काल निलंबित कर दिया है. पिता ने मानसिक उत्पीड़न, धमकियों और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि सरकार ने 3 दिनों में रिपोर्ट देने वाली उच्च-स्तरीय जांच समिति गठित की है. मामला स्कूल प्रशासनिक लापरवाही और छात्रों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े करता है.

शौर्य सुसाइड केस में हेडमास्टर और 3 टीचर्स सस्पेंड, दिल्ली सरकार ने हाई-लेवल कमेटी से तीन दिन में मांगी रिपोर्ट- TOP UPDATES
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( Image Source:  ANI )

Delhi St Columba’s School Shaurya Patil Suicide Case: दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट कोलंबस स्कूल में 16 वर्षीय छात्र शौर्य पाटिल की आत्महत्या के दो दिन बाद स्कूल प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए हेडमास्टर सहित तीन शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई उस FIR के बाद हुई है जिसमें छात्र के पिता ने इन चारों शिक्षकों पर मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है.

मंगलवार को शौर्य पाटिल ने राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म से कूदकर जान दे दी थी. उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें अपनी मां से माफी मांगते हुए स्कूल की शिक्षिकाओं को जिम्मेदार बताया था. उसने लिखा, “Sorry mummy, aapka itni bar dil toda, ab last bar todunga. School ki teachers ab hai hi aise…”

FIR में कौन-कौन नामजद?

बुधवार को दर्ज हुई FIR में शौर्य के पिता प्रदीप पाटिल ने इन चार शिक्षकों पर आरोप लगाए;

  • हेडमास्टर (क्लास 5–10): अपराजिता पाल
  • टीचर: जूली वर्गीज
  • टीचर: मनु कालरा
  • टीचर: युक्ति अग्रवाल महाजन

FIR के अनुसार, ये सभी शिक्षक छात्र पर लगातार मानसिक दबाव बनाते थे.

स्कूल प्रशासन की कार्रवाई

प्रिंसिपल रॉबर्ट फर्नांडिस ने चारों को निलंबित करने की जानकारी लिखित आदेश में दी. आदेश में कहा गया:

  • निलंबन तत्काल प्रभाव से लागू होगा
  • जांच पूरी होने तक निलंबन जारी रहेगा
  • निलंबन अवधि में शिक्षक स्कूल परिसर में प्रवेश नहीं कर सकते
  • किसी भी छात्र, अभिभावक या स्टाफ से संपर्क करने पर पाबंदी
  • जांच के दौरान प्रशासन द्वारा बुलाए जाने पर उपलब्ध रहना अनिवार्य

प्रिंसिपल ने आदेश में FIR का नंबर भी उल्लेख किया है- 336A, तीस हज़ारी कोर्ट, दिनांक 19 नवंबर 2025

FIR में लगाए गए आरोप- कौन-से शिक्षक ने क्या किया?

  1. जूली वर्गीज:
    छात्र को पिछले चार दिनों से धमका रही थीं. कहती थीं कि उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा. टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) देने की चेतावनी भी दी थी.
  2. मनु कालरा: एक बार छात्र को धक्का दिया था.
  3. युक्ति महाजन: मंगलवार को ड्रामेटिक्स क्लास में शौर्य गिर गया. इसके बाद उसे ओवरएक्टिंग करने के ताने दिए. इतना डांटा कि छात्र रोने लगा. इस पर कहा, "रो लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता."
  4. हेडमास्टर अपराजिता पाल: पूरी घटना के समय मौजूद थीं, लेकिन हस्तक्षेप नहीं किया.

पिता ने कहा- मेरे बेटे को कई दिनों से प्रताड़ित किया जा रहा था

NDTV से बातचीत में शौर्य के पिता प्रदीप पाटिल ने कहा, “शिक्षक उसे लगातार परेशान करते थे… तीन दिन पहले टीचर ने कहा कि उसे स्कूल से निकाल देंगे. 10 दिन बाद प्री-बोर्ड है, ऐसे समय में इस तरह की बातें कौन कहता है? मेरा बेटा क्लास 2 से इसी स्कूल में पढ़ता था.” उन्होंने यह भी बताया कि छात्र ने स्कूल काउंसलर को आत्मघाती विचार आने की बात बताई थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने यह बात अभिभावकों को नहीं बताई. यह जानकारी उन्हें प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिली.

सरकार का हस्तक्षेप- 3 दिन में रिपोर्ट देने का आदेश

दिल्ली सरकार ने गुरुवार को इस मामले पर उच्च-स्तरीय जांच का आदेश दिया. शिक्षा निदेशालय की ओर से 5 सदस्यीय समिति गठित की गई. समिति का प्रमुख जॉइंट डायरेक्टर हर्षित जैन को बनाया गया. जांच में स्कूल की जवाबदेही, प्रशासनिक चूक और घटनाक्रम का पूरा अनुक्रम शामिल होगा. तीन दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. सरकार ने कहा कि यह घटना 'गंभीर और चिंताजनक' है. इसलिए तथ्यों और जिम्मेदारियों की स्पष्ट जांच जरूरी है.

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