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'आप' का राज खत्म! करारी हार के बाद आतिशी ने छोड़ा CM पद, LG को सौंपा अपना इस्तीफा, विधानसभा भंग

Atishi submit her resignation to LG: आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. ये जानकारी CMO ऑफिस ने दी है. करारी हार के साथ आप अब विपक्ष में बैठेगी.

आप का राज खत्म! करारी हार के बाद आतिशी ने छोड़ा CM पद, LG को सौंपा अपना इस्तीफा, विधानसभा भंग
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सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 9 Feb 2025 1:01 PM IST

Atishi submit her resignation to LG: आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. आतिशी सुबह 11 बजे एलजी से मिलकर अपना इस्तीफा दिया. आतिशी ने कालकाजी सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमेश बिधूड़ी को 3,521 वोटों से हराया. हालांकि, दिल्ली चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की.

सीएम आतिशी ने 21 सितंबर, 2024 को पहली बार दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री और दूसरी महिला सीएम के रुप में शपथ ली थी. उन्हें ये पद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद मिला था. पार्टी के खराब प्रदर्शन के बावजूद आतिशी की जीत ने आप की लाज बचाई.

दिल्ली में बीजेपी की जीत एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इस जीत ने पार्टी को 2015 और 2020 के चुनावों में लगभग एक दशक की असफलताओं के बाद दिल्ली की गद्दी दी है. व्यापक जनादेश ने उत्तर भारत में बीजेपी के प्रभुत्व को मजबूत किया है. पार्टी अब हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों के साथ दिल्ली को नियंत्रित करेगी.

LG ने भंग की विधानसभा

इसी के बाद दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने 8 फरवरी 2025 से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सातवीं विधानसभा को भंग कर दिया है. इसके सम्बन्ध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. बता दें कि 8 फरवरी को दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आ गए हैं और 27 साल बाद बीजेपी की दिल्ली की सत्ता में वापसी हुई है.

आप की हार के पीछे के कारण-

हरियाणा सरकार के खिलाफ आरोप: आप ने यमुना जल प्रदूषण के लिए बार-बार हरियाणा सरकार को दोषी ठहराया. हालांकि, इससे फायदा नहीं बल्कि पार्टी को नुकसान का सामना करना पड़ा.

पराली जलाने की समस्या का मिसमैनेजमेंट : दिल्ली और पंजाब में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने में आप की असमर्थता के कारण जनता में नाराजगी.

आप के अधूरे वादे : दिल्ली पर दस सालों तक शासन करने के बाद आप की नीतियों और शासन शैली के प्रति जनता में असंतोष साफ तौर पर दिखा.

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