124 साल की दादी बना दिया तो... टी-शर्ट पर तस्वीर से भड़की मिंता देवी, बोलीं- प्रियंका-राहुल गांधी मेरे कौन? | Video
बिहार की सिवान की रहने वाली 35 वर्षीय मिंता देवी को वोटर लिस्ट में गलती से 124 साल का दिखाया गया. विपक्षी सांसदों ने उनकी फोटो टी-शर्ट पर छापकर सरकार पर निशाना साधा. मिंता देवी ने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर भड़कते हुए कहा, "मेरी तस्वीर का इस्तेमाल किस हक से किया?" साथ ही मज़ाक में पूछा, "दादी बना दिया, तो पेंशन क्यों नहीं?"
12 अगस्त 2025 को संसद परिसर के बाहर विपक्षी दलों ने एसआईआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी सांसदों ने सफेद टी-शर्ट पहनी, जिस पर बिहार की एक महिला मतदाता मिंता देवी की तस्वीर और नाम छपा था. देखते ही देखते यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. लेकिन यह कदम मिंता देवी को पसंद नहीं आया और उन्होंने खुलकर आपत्ति जताई.
मीडिया से बात करते हुए मिंता देवी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "प्रियंका गांधी या राहुल गांधी मेरे कौन होते हैं? उन्हें मेरी तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनने का अधिकार किसने दिया? मैं उनसे इजाज़त लेने आई थी क्या?" उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी दो-तीन दिन पहले ही मिली, जब किसी ने बताया कि उन्हें वोटर लिस्ट में 124 साल का दिखाया गया है.
क्या है पूरा मामला?
असल में बिहार की सिवान जिले की रहने वाली मिंता देवी की उम्र 35 साल है. उनके आधार कार्ड में जन्मतिथि 15 जुलाई 1990 दर्ज है. लेकिन वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण अभियान के दौरान उनकी जन्मतिथि गलती से 1900 दर्ज कर दी गई, जिससे उनकी उम्र 124 साल दिखाई देने लगी. यह गलती जैसे ही विपक्ष के हाथ लगी, उन्होंने इसे सरकार पर तंज कसने के लिए इस्तेमाल किया और मिंता देवी की फोटो टी-शर्ट पर छापकर प्रदर्शन किया.
क्या बोलीं मिंता देवी?
मिंता देवी का कहना है कि मीडिया ने भी उनकी तस्वीर और उम्र को सनसनीखेज़ तरीके से दिखाया, लेकिन असलियत जानने की कोशिश नहीं की. उन्होंने सवाल उठाया, "मीडिया वाले क्यों नहीं बताते कि मैं असल में कितनी दिख रही हूं? क्या मैं 124 साल की लगती हूं?" उन्होंने कहा कि उनकी उम्र बढ़ाने या इस गलती में उनका कोई हाथ नहीं है, इसलिए इस मामले में उन्हें घसीटना गलत है.
गुस्से में भी हंसी का तड़का
गुस्से के बीच मिंता देवी ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, "अगर सरकार मानती है कि मैं 124 साल की हूं, तो मुझे वृद्धावस्था पेंशन क्यों नहीं दे रही? जब बना ही दिया है बुज़ुर्ग, तो फायदा भी दो." उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहती हैं कि मतदाता सूची में तुरंत उनकी सही उम्र दर्ज की जाए.
क्या बोला जिला प्रशासन?
सिवान जिला प्रशासन ने प्रेस रिलीज़ जारी कर बताया कि मिंता देवी से 10 अगस्त को गलती सुधारने के लिए आवेदन प्राप्त हुआ था. बीएलओ ने उन्हें यह त्रुटि बताई थी और अब इसे मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान के दौरान ठीक किया जाएगा. प्रशासन का कहना है कि इस गलती के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि यह डेटा एंट्री में हुई चूक का परिणाम है.
गांव से लेकर छपरा तक चर्चा
मिंता देवी मूल रूप से सिसवन प्रखंड के अरजानीपुर गांव की रहने वाली हैं, लेकिन फिलहाल अपने परिवार के साथ छपरा में रहती हैं. गांव में उनकी चर्चा जोरों पर है. लोगों को हैरानी है कि कैसे एक 35 साल की महिला को रिकॉर्ड में 124 साल का बना दिया गया. यह खबर वायरल होने के बाद गांव में कई लोग अपनी वोटर लिस्ट भी चेक कर रहे हैं.
ससुर ने खोला गलती का राज़
पत्रकारों ने जब मिंता देवी के ससुर तेज प्रताप सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए कोई अधिकारी घर नहीं आया था. परिवार ने खुद फॉर्म भरकर जमा किया था. उन्होंने कहा, "हमारी गलती नहीं है, ये पूरी तरह से प्रशासनिक चूक है." वहीं बीएलओ का कहना है कि फील्ड लेवल पर गलती नहीं हुई, बल्कि यह तकनीकी डेटा एंट्री की समस्या है.





