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चंदन मिश्रा हत्याकांड: बंगाल से पकड़े गए 5 शूटर्स, STF का ताबड़तोड़ एक्शन; मुख्य आरोपी अभी भी फरार

पटना के पारस अस्पताल में इलाज के दौरान गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या ने पूरे राज्य को दहला दिया. अब बिहार STF ने इस सनसनीखेज हत्याकांड के 5 आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है. मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह अब भी फरार है. पुलिस की छापेमारी जारी है और जल्द और गिरफ्तारियां संभव हैं.

चंदन मिश्रा हत्याकांड: बंगाल से पकड़े गए 5 शूटर्स, STF का ताबड़तोड़ एक्शन; मुख्य आरोपी अभी भी फरार
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( Image Source:  X/AjitSinghRathi )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 19 July 2025 8:33 AM IST

गैंगस्टर चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े पटना के प्रतिष्ठित पारस अस्पताल में गोली मारकर हत्या ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी थी. अस्पताल जैसे सुरक्षित स्थान पर हुए इस हमले ने बिहार पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे. चंदन खुद एक बड़ा अपराधी था, जिसके कई दुश्मन थे और उसी दुश्मनी ने अस्पताल के बिस्तर पर उसकी जान ले ली.

अब हत्या के महज़ 48 घंटे के भीतर बिहार पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त अभियान चलाकर पश्चिम बंगाल में पांच आरोपियों को दबोच लिया. पुलिस अभी आधिकारिक तौर पर गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, इन अपराधियों का संबंध शेरू सिंह गैंग से है. इस कार्रवाई को लेकर STF की चुस्ती की सराहना हो रही है.

बंगाल में छापेमारी, बदशाह अब भी फरार

मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बदशाह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जा रहा है कि वारदात के बाद वह अपने परिजनों को लेकर गयाजी पहुंचा था, जहां से फरार होने से पहले पुलिस ने उसके परिवार को हिरासत में लिया. परिजनों से मिली सूचना के आधार पर ही STF ने पश्चिम बंगाल में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की.

हत्याकांड में शामिल थे 10 शूटर

चंदन मिश्रा की हत्या में कुल 10 शूटरों के शामिल होने की बात सामने आई है. इनमें तौसीफ, बलवंत, अभिषेक, मन्नु सिंह, नीलेश, सूर्यमान और नीशू जैसे नाम प्रमुख हैं. यह हत्याकांड कोई तात्कालिक अपराध नहीं बल्कि पूरी तरह से योजनाबद्ध और पेशेवर ढंग से अंजाम दिया गया था, जिससे यह साफ हो जाता है कि अपराध की जड़ें कितनी गहरी हैं.

पुरुलिया जेल में बंद गैंग लीडर से पूछताछ

इस केस में पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद कुख्यात अपराधी शेरू सिंह से भी पूछताछ की गई है. बताया जा रहा है कि हत्या की योजना में उसका भी अहम रोल रहा है. पुलिस अधिकारियों ने उसकी कड़ी निगरानी के बीच पूछताछ की और कई अहम सुराग जुटाए हैं. यह भी माना जा रहा है कि हत्या के पीछे दो गैंगों की पुरानी रंजिश है.

पुलिस के ऑपरेशन पर खुद DGP की नजर

इस हाई-प्रोफाइल केस को लेकर बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार खुद एक्टिव मोड में हैं. उन्होंने आईजी जितेंद्र राणा और पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के साथ बैठक कर पूरी कार्रवाई की समीक्षा की. पुलिस ने जिन शूटरों को प्राथमिकता सूची में रखा है, उनके लोकेशन को ट्रैक करने के लिए साइबर सेल और इंटेलिजेंस यूनिट को भी लगाया गया है.

लोकेशन ट्रैकिंग से हुई गिरफ्तारी

सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों के मोबाइल फोन लोकेशन, कॉल डिटेल और डिजिटल ट्रांजेक्शन के आधार पर STF को बड़ी मदद मिली. बंगाल के अलग-अलग जिलों में फैले शूटर्स की पहचान करने के बाद टीम को एयरलिफ्ट कर भेजा गया, जिसने तय लोकेशन पर रेड कर पांच आरोपियों को धर दबोचा.

बिहार में फिर उठे कानून-व्यवस्था पर सवाल

चंदन मिश्रा जैसे अपराधी की हत्या भले ही गैंगवार का हिस्सा रही हो, लेकिन राजधानी के बड़े अस्पताल के भीतर इस तरह की वारदात ने एक बार फिर राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े किए हैं. राजनीतिक गलियारों में भी अब यह मुद्दा गर्माने लगा है कि क्या बिहार अपराधियों के लिए 'सुरक्षित गढ़' बनता जा रहा है?

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