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क्‍या बिहार में बड़ा खेल करने के चक्‍कर में हैं मुकेश सहनी? कहा - PM मोदी कर दें बस ये काम

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा है कि महागठबंधन की सरकार बनती है तो डिप्टी सीएम बनूंगा. कर्पूरी ठाकुर के बाद बिहार में कोई अति पिछड़ा लीडर नहीं उभरा. अगर पीएम मोदी ने चुनाव से पहले निषाद जाति को आरक्षण दे दें तो हम उनके लिए जान दे देंगे. उनके इस बयान पर बीजेपी ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

क्‍या बिहार में बड़ा खेल करने के चक्‍कर में हैं मुकेश सहनी? कहा - PM मोदी कर दें बस ये काम
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बिहार में चुनाव नजदीक आते ही छोटे-छोटे दलों के नेता भी बड़े-बड़े बयान देने लगे हैं. यहां तक कि वो प्रदेश के प्रमुख सियासी दलों को आंख भी दिखाने लगे हैं. इस बीच इंडिया गठबंधन के सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के एक बयान देकर बिहार का राजनीति में खलबली मचा दी है.

महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) में सीट बंटवारे से पहले उन्होंने दावा किया है कि महागठबंधन सत्ता में आई तो मैं डिप्टी सीएम बनूंगा. इसके साथ ही सहनी ने कहा, "यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निषाद (मल्लाह) जाति को आरक्षण दे दें, उनके लिए जान भी दे देंगे. उनके इस बयान के बाद से इंडिया गठबंधन में खलबली मचा कर रख दी है."

मुकेश सहनी के इस बयान पर बिहार कांग्रेस के नेताओं ने तल्ख टिप्पणी की है. कांग्रेस ने मुकेश सहनी के बयान पर सख्त आपत्ति जताते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कांग्रेस को स्वीकार नहीं. तेजस्वी यादव इस मामले में जरूरी कदम उठाएं.

चाहता तो मोदी जी जिंदाबाद कर सटा रहता - मुकेश सहनी

दरअसल, मुकेश सहनी ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, 'बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है तो वे डिप्टी सीएम बनेंगे. कर्पूरी ठाकुर के बाद बिहार में कोई अति पिछड़ा लीडर नहीं उभरा है. उन्होंने विधानसभा चुनाव में महागठबंधन कोटे से 60 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है.

वीआईपी प्रमुख ने आगे कहा, "पिछले 12 सालों से अपने समाज (निषाद) के लोगों के आरक्षण के लिए खून पसीना बहाकर लड़ाई लड़ी है. एनडीए सरकार में मैं, मंत्री था और विधायक भी.चाहता तो मोदी जी जिंदाबाद करके सटा रहता, लेकिन अपनी बिरादरी के लोगों के लिए सब छोड़ दिया."

बता दें कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए प्रचार से राजनीति में उतरे मुकेश सहनी की पार्टी ने 2019 और 2024 लोकसभा चुनाव महागठबंधन के साथ लड़ा और दोनों बार तीन-तीन सीट लड़कर जीरो पर आउट हो गई. 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से सीट पर बात नहीं बनने पर सीट शेयरिंग की घोषणा के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस से मुकेश सहनी उठकर चले गए थे. वह बाद में एनडीए में शामिल हो गए थे. उन्हें 11 सीटें मिलीं थी, जिसमें वो 4 जीते भी थे. यूपी में चुनाव लड़ने के कारण पार्टी के तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए.

बिहारबिहार विधानसभा चुनाव 2025
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