बागी, फ्रेंडली फाइट, परिवार और महिलाओं ने दूसरे चरण की 23 सीटों पर फंसा दिया पेंच, जानें इन सीटों के बारे में
Bihar Election 2025: बिहार में मंगलवार को 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. इनमें से 23 सीटें ऐसी हैं जहां पारिवारिक टकराव, बागी नेताओं की एंट्री, निर्दलीयों और सहयोगी दलों मैदान में उतरे हैं. इन सीटों पर कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है और नतीजे बदल सकते हैं.
Bihar Election 2025: बिहार में मंगलवार 11 नवंबर यानी आज विधानसभा चुनाव के दूसरे फेस की वोटिंग हो रही है. सुबह से ही पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी हुई हैं. दूसरे चरण 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव के दूसरे फेस में 122 में से 23 सीटें ऐसी हैं जहां परिवार के अंदर लड़ाई, बागी उम्मीदवार, निर्दलीय प्रदर्शनों, और राजनीतिक दिग्गजों के बीच कांटे की टक्कर हो रही है. साथ ही कुछ सीटों पर त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय मुकाबला भी देखने को मिल रहा है.
चुनावी मैदान में महिलाएं
- बिहार चुनाव के दूसरे फेस में बीजेपी की गायत्री देवी इस सीट की मौजूदा विधायक हैं और इस बार भी फिर से जीत की तैयारी में हैं.
- स्मिता पूर्वे (राजद) पार्टी ने उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया है. वे पूर्व मंत्री डॉ. रामचंद्र पूर्वे की पुत्रवधू हैं.
- रितु जायसवाल राजद से नाराज हैं और टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
परिवार में चुनावी जंग
- अररिया जिला की जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र से सरफराज आलम और शाहनवाज आलम दोनों ही तस्लीमुद्दीन के बेटे आमने-सामने हैं.
- सरफराज आलम इस बार जन सुराज पार्टी से मैदान में हैं, जबकि शाहनवाज आलम राजद के प्रत्याशी हैं.
त्रिकोणीय/चतुष्कोणीय मुकाबला
- करगहर से कांग्रेस के संतोष कुमार मिश्र के साथ-साथ वशिष्ठ सिंह (पूर्व जदयू विधायक), रितेश पांडेय (जन सुराज पार्टी) और उदय प्रताप सिंह (बसपा) भी मैदान में हैं.
- जहानाबाद से राहुल शर्मा (राजद के पूर्व विधायक) और चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी (पूर्व सांसद, जदयू) के बीच मुख्य मुकाबला है.
- बेलागंज सीट पर मनोरमा देवी (जदयू) का मुकाबला विश्वनाथ प्रसाद सिंह (राजद-के सांसद डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव के पुत्र) से चुनाव लड़ रहे हैं.
- अरवल पर रूप से महानंद सिंह (भाकपा माले) और मनोज शर्मा (भाजपा के पूर्व विधायक) के बीच बड़ा मुकाबला है.
- मखदुमपुर सीट पर सूबेदार दास (राजद के पूर्व विधायक) और रानी कुमार (लोजपा-रामविलास) की एंट्री ने इस चुनाव को चौंकाने वाला बना दिया है.
बागी की चुनावी रेस
सिकटा- जदयू से बागी पूर्व मंत्री खुर्शीद फिरोज अहमद (निर्दलीय) मैदान में हैं. NDA से समृद्ध वर्मा (जदयू) और महागठबंधन से वीरेंद्र गुप्ता भी हैं. मुस्लिम मतदाता इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
हरसिद्धि- इस क्षेत्र में कृष्णनंदन पासवान (भाजपा, गन्ना उद्योग मंत्री) मैदान में हैं. वहीं अवधेश राम (जन सुराज पार्टी, पूर्व जदयू नेता) ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
मोतिहारी- भाजपा के पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार के खिलाफ डॉ. अतुल कुमार (जन सुराज पार्टी, भाजपा बागी) और दिव्यांशु भारद्वाज (निर्दलीय, जदयू बागी) भी मैदान में हैं.
गोपालपुर- इस सीट पर जदयू ने वर्तमान विधायक नरेंद्र कुमार नीरज का टिकट काट दिया है. अब वही बागी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.
शिवहर- इस सीट से दो-बार के विधायक रहे मो. शरफुद्दीन (बसपा से) और जन सुराज पार्टी के राजपूत समाज के उद्योगपति नीरज सिंह एनडीए के लिए बड़ी चुनौती है.
महागठबंधन का मुकाबला
- नरकटियागंज सीट पर कांग्रेस ने शाश्वत केदार को और राजद ने दीपक यादव को उम्मीदवार बनाया है.
- कहलगांव सीट पर कांग्रेस के प्रवीण सिंह कुशवाहा और राजद के रजनीश के बीच मुकाबला है.
- सुल्तानगंज सीट पारंपरिक रूप से कांग्रेस की मानी जाती रही है. इस बार कांग्रेस ने ललन कुमार को खड़ा किया है, जबकि राजद ने चंदन कुमार को मैदान में उतारा है.
दिग्गज नेताओं का इम्तिहान
- झंझारपुर सीट पर भाजपा के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र, भाकपा के राम नारायण यादव और जन सुराज के केशव चंद्र भंडारी मैदान में हैं.
- फुलपरास से मंत्री शीला मंडल (जदयू) की राह में जन सुराज के जलेंद्र मिश्रा चुनाव लड़ रहे हैं.
- कुटुंबा सीट पर कांग्रेस प्रमुख राजेश राम को इस बार एनडीए से ललन राम कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
- गया टाउन पर भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रेम कुमार बनाम कांग्रेस के अखौरी ओंकार नाथ हैं.
- धमदाहा सीट पर जदयू की लेशी सिंह के सामने राजद के संतोष कुशवाहा (पूर्व सांसद) हैं.
- इमामगंज से केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बहू दीपा कुमारी (हम) मैदान में हैं.





