बिहार बोर्ड परीक्षा 2025: 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए जारी हुआ दिशा निर्देश, इस बार क्या है नियम?
परीक्षा दो पालियों में होगी. सुबह की पाली 9:30 बजे शुरू होगी और दोपहर की पाली 2:00 बजे से शुरू होगी. अगर कोई छात्र समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंचता और गेट बंद होने के बाद दीवार फांदने की कोशिश करता है, तो उसे दो साल के लिए परीक्षा से निलंबित कर दिया जाएगा.

बिहार बोर्ड ने 2025 की 10वीं और 12वीं परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है. 10वीं की परीक्षाएं 17 से 25 फरवरी तक जबकि 12वीं की परीक्षाएं 1 से 15 फरवरी तक आयोजित होंगी. छात्र BSEB की ऑफिशियल वेबसाइट biharboardonline.com पर टाइम टेबल चेक कर सकते हैं.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षाओं के लिए 38 जिलों में 1585 केंद्र बनाए हैं. इस साल करीब 29.94 लाख छात्र परीक्षा देंगे, जिसमें 10वीं के 15.85 लाख और 12वीं के 12.90 लाख छात्र शामिल हैं.
परीक्षा समय और प्रवेश नियम
परीक्षा दो पालियों में होगी. सुबह की पाली 9:30 बजे शुरू होगी और दोपहर की पाली 2:00 बजे से शुरू होगी. अगर कोई छात्र समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंचता और गेट बंद होने के बाद दीवार फांदने की कोशिश करता है, तो उसे दो साल के लिए परीक्षा से निलंबित कर दिया जाएगा.
जूते-मोजे पर प्रतिबंध
परीक्षा में इस बार भी जूते-मोजे पर प्रतिबंध लगाया गया है. छात्रों को केवल हवाई चप्पल या खुली सैंडल पहनकर आने की सलाह दी गई है. इससे जांच प्रक्रिया में सुविधा होती है. फरवरी में ठंड होने के बावजूद छात्रों को जूते-मोजे पहनने की अनुमति नहीं होगी.
सीटिंग व्यवस्था और निगरानी
- एक बेंच पर अधिकतम दो छात्रों को बैठाया जाएगा
- बेंचों के बीच पर्याप्त दूरी होगी
- 25 छात्रों पर एक इनविजिलेटर नियुक्त होगा
- हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के जरिए निगरानी होगी
- परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहेगी
इन चीजों को परीक्षा केंद्र पर न लाएं
- मोबाइल फोन
- ब्लूटूथ डिवाइस
- स्मार्टवॉच
- इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स
- आपत्तिजनक सामग्री
एडमिट कार्ड में गलती हो तो क्या करें?
अगर एडमिट कार्ड में कोई गलती है, तो वैलिड आईडी प्रूफ जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस साथ लेकर जाएं. बिहार बोर्ड परीक्षा के कड़े नियम यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि परीक्षाएं पारदर्शिता और अनुशासन के साथ संपन्न हों. छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर केंद्र पहुंचे और सभी नियमों का पालन करें.