Begin typing your search...

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज होगा एलान- एक या दो राउंड में हो सकती है वोटिंग

चुनाव आयोग आज शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान की तारीखें और चुनाव शेड्यूल की घोषणा की जाएगी. इस दौरान चुनावी चरण, उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम तिथियां और अन्य जरूरी जानकारी साझा की जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट और राज्य में सुरक्षित और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज होगा एलान- एक या दो राउंड में हो सकती है वोटिंग
X
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 6 Oct 2025 10:07 AM IST

बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर जनता में उत्सुकता बढ़ गई है. चुनाव आयोग आज शाम 4 बजे चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने जा रहा है. इससे पहले राज्य में दो दिवसीय व्यापक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें निर्वाचन प्रक्रिया की तैयारियों का जायजा लिया गया.

चुनाव आयोग ने इस बार 17 नई पहलों की घोषणा की है, जो चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और आधुनिक बनाने में मदद करेंगी. इन सुधारों में सभी मतदान स्थलों पर वेबकास्टिंग, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) पर रंगीन फोटो का इस्तेमाल, और मतदाताओं को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति जैसी सुविधाएं शामिल हैं. ये उपाय आने वाले चुनावों के लिए देशभर में मॉडल के रूप में देखे जा सकते हैं.

17 नई पहल से बनेगा चुनाव प्रक्रिया और पारदर्शी

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इन पहलों का उद्देश्य मतदाता अनुभव को बेहतर बनाना और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाना है. उन्होंने कहा, “इस बार मतदाताओं को मोबाइल फोन बाहर वाले क्षेत्र तक ले जाने की अनुमति दी गई है, जिससे वे अपने मतदान अनुभव को साझा कर सकेंगे. इसके अलावा, वेबकास्टिंग से निर्वाचन प्रक्रिया पर निगरानी करना और भी आसान हो जाएगा.” चुनाव आयोग का मानना है कि इन पहलों से मतदान केंद्रों पर होने वाले संभावित विवाद और शिकायतों को कम किया जा सकेगा.

22 साल बाद विशेष गहन पुनरीक्षण: मतदाता सूची में सुधार

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने यह भी घोषणा की कि बिहार की मतदाता सूची में 22 साल बाद विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) किया गया है. इससे लंबे समय से मौजूद त्रुटियां और डुप्लीकेट प्रविष्टियां हटाई गई हैं. ज्ञानेश कुमार ने कहा, “इस अद्यतन मतदाता सूची को कानूनी मान्यता प्राप्त है और इसका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता को सुनिश्चित करना है.” इस कदम से राज्य में मतदाता पहचान और सूची की सटीकता बढ़ेगी, जिससे चुनाव में विश्वास और बढ़ेगा.

चुनाव आयोग की समीक्षा

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी ने सप्ताहांत में पटना में उच्चस्तरीय अधिकारियों के साथ बैठकें कीं. इन बैठकों में सुरक्षा, लॉजिस्टिक और कानून व्यवस्था की तैयारी का मूल्यांकन किया गया ताकि बिहार में निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित किए जा सकें. CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा, “हम बिहार में ऐसे चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं जो पारदर्शी, समावेशी और शांतिपूर्ण हों.”

तैयारियों का दायरा

चुनाव आयोग ने हर पहलू का मूल्यांकन किया - ईवीएम प्रबंधन, मतदान केंद्रों का पुनर्गठन, मतदान कर्मचारियों का प्रशिक्षण, कानून व्यवस्था, और मतदाता जागरूकता अभियान. जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को सोशल मीडिया पर फैल रही गलत जानकारी पर नज़र रखने और आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.

राजनीतिक दलों से चर्चा

घोषणा से पहले, आयोग ने प्रमुख राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के प्रतिनिधियों से भी बैठक की. इसमें बीजेपी, जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई (एमएल), आप सहित अन्य दल शामिल थे. कई दलों ने चुनाव छठ पूजा के बाद कराने की मांग की ताकि मतदाता भागीदारी अधिक हो सके. जेडीयू बिहार अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पार्टी ने छठ के बाद एक चरण में मतदान कराने का सुझाव दिया ताकि प्रवासी मतदाता आसानी से वोट डाल सकें. बीजेपी ने भी एक या दो चरण में मतदान और संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती का समर्थन किया. पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरणों में चुनाव हुए थे.

मतदाता सूची और चुनावी पृष्ठभूमि

चुनाव शेड्यूल की घोषणा अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के कुछ ही दिन बाद हो रही है. 30 सितंबर को प्रकाशित सूची के अनुसार कुल मतदाता संख्या 7.42 करोड़ है. विशेष और गहन पुनरीक्षण समय से पहले पूरा किया गया, जिससे घोषणा के लिए रास्ता साफ हुआ. आगामी चुनाव सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले NDA और RJD के नेतृत्व में महागठबंधन के बीच सीधे मुकाबले के रूप में देखे जा रहे हैं. वर्तमान में 243 सदस्यीय विधानसभा में NDA के पास 131 सीटें हैं, जबकि महागठबंधन के पास 111 सीटें हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025
अगला लेख