पंचायत और जिला परिषद में NDA की बंपर जीत, सीएम ने कार्यकर्ताओं को दी बधाई
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे असम के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक जीत बताया है। एनडीए के लिए यह जीत न सिर्फ उनकी पार्टी की ताकत को दर्शाती है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति असम के लोगों के विश्वास को भी दिखाती है.

असम में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की ताकत लगातार बढ़ रही है. एनडीए के नेतृत्व में हुए कई विकास कार्यों, जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक कल्याण योजनाओं के कारण भी पार्टी को जनता का समर्थन मिल रहा है.
इस कड़ी में असम में पंचायत चुनावों से पहले 288 आंचलिक पंचायत (एपी) और 37 जिला परिषद (जेडपी) सीटें बिना किसी प्रतिद्वंद्वी के जीत ली हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे एक ऐतिहासिक और अनोखा जनादेश बताया, जो यह दर्शाता है कि सत्तारूढ़ गठबंधन को लोगों का मजबूत समर्थन मिल रहा है.
कितनी सीटें जीती?
2,192 आंचलिक पंचायत (एपी) सीटों पर चुनाव हुआ, जिसमें एनडीए ने पहले ही 288 सीटें जीत ली हैं, जिसमें 259 सीटें भाजपा ने और 29 सीटें उसके साथी एजीपी ने जीती हैं. यह कुल एपी सीटों का 13% से ज्यादा है. वहीं, जिला परिषद (जेडपी) की 397 सीटों में से गठबंधन ने 37 सीटें जीती हैं, जिसमें 35 सीटें भाजपा ने और 2 सीटें एजीपी ने जीती हैं. यह कुल जेडपी सीटों का 9% से ज्यादा है.
कार्यकर्ताओं को दी बधाई
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे असम के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक जीत बताया है. एनडीए के लिए यह जीत न सिर्फ उनकी पार्टी की ताकत को दर्शाती है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति असम के लोगों के विश्वास को भी दिखाती है. उन्होंने असम के लोगों का धन्यवाद करते हुए और कार्यकर्ताओं की सराहना की.
राभा हसोंग स्वायत्त परिषद चुनाव में जीत
इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भाजपा की राभा हसोंग स्वायत्त परिषद चुनावों में जीत पर लोगों का शुक्रिया अदा किया था. जहां एनडीए 36 में से 33 सीट विजय रही. वहीं, कांग्रेस आदिवासी परिषद की सिर्फ एक सीट जीती. भाजपा ने 6 सीटें जीतीं, जबकि उसकी सहयोगी पार्टी राभा हसोंग जौथो संग्राम समिति ने 27 सीटें जीतीं और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता.