असम में ADRE एग्जाम के पुराने प्रश्नपत्र बांटने के आरोप में आठ लोग गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस
ग्रेड 3 पदों के लिए रविवार को आयोजित असम डायरैक्ट भर्ती एग्जाम (ADRE) के यूस्ड प्रश्नपत्र को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के संबंध में कम से कम आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि मंगलवार को गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से छह परीक्षा केंद्र से जुड़े थे.

असम : ग्रेड 3 पदों के लिए रविवार को आयोजित असम डायरैक्ट भर्ती एग्जाम (ADRE) के यूस्ड प्रश्नपत्र को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के संबंध में कम से कम आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह कृत्य “परीक्षा प्रक्रिया को बदनाम करने” के लिए किया गया.
यूस्ड किया गया प्रश्नपत्र सोमवार को शाम 4:15 बजे सोशल मीडिया पर आया. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक तकनीकी मूल्यांकन से पता चलता है कि प्रश्नपत्र रविवार को दोपहर 2.17 बजे स्कैन किया गया था और उसके बाद उसे “चुनिंदा व्यक्तियों को भेजा गया”. परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई और दोपहर 1.30 बजे समाप्त हुई.
8 लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से छह परीक्षा केंद्र से जुड़े थे.गिरफ्तार किए गए लोगों में दो सुपरवाइजर, तीन इनविजीलेटर, एक आधिकारिक फोटोग्राफर, एक अभ्यर्थी सहित दो नागरिक शामिल हैं. उनके खिलाफ परीक्षा नियमों का उल्लंघन और कर्तव्य में लापरवाही समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं.पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है.परीक्षा नियमों के अनुसार प्रश्नपत्र को परीक्षा कक्ष से बाहर नहीं ले जाया जा सकता.
कड़ी व्यवस्था में हुए एग्जाम
राज्यव्यापी एग्जाम आयोजित करने वाले असम सेकेंडरी एग्जामिनेशन बोर्ड (एसईबीए) ने कहा कि प्रयुक्त और अप्रयुक्त आंसर शीट्स और अटेंडेंस शीट को कड़ी निगरानी में सील कर दिया गया और परीक्षा के तुरंत बाद उन्हें संबंधित जिला आयुक्त कार्यालयों के स्ट्रांग रूम में भेज दिया गया.परीक्षा बहुत कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित की गई.प्रश्नपत्र को साझा करने और प्रसारित करने के उक्त कृत्य को एसईबीए ने “प्रश्नपत्र लीक होने की धारणा बनाने के एक झूठे प्रयास के रूप में देखा”.
एसईबीए ने कहा कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी
रविवार को परीक्षा शुरू होने के 30 घंटे बाद, सोमवार को प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर सामने आने के कुछ घंटों बाद एसईबीए ने एक बयान में यह भी कहा कि “अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ” “कड़ी कानूनी कार्रवाई” की जाएगी.
एसईबीए ने कहा कि प्रश्न पत्र “अब गोपनीय नहीं हैं” और परीक्षा से पहले या परीक्षा के दौरान अपलोड या स्थानांतरित करने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक निलंबित कर दी गई थीं. साथ ही, परीक्षा के बाद प्रश्न पत्र के प्रसार से “प्रक्रिया की अखंडता प्रभावित नहीं होती है”.
यूस्ड प्रश्नपत्र को सबसे पहले किसने किया साझा
असम पुलिस प्रमुख जी.पी. सिंह के अनुसार, यूस्ड प्रश्नपत्र को सबसे पहले फोटोग्राफर मंगल सिंह बसुमतारी (38) ने साझा किया था, जिन्हें धेमाजी जिले के उपेन्द्र राष्ट्रीय अकादमी परीक्षा केंद्र में एस.ई.बी.ए. द्वारा नियुक्त किया गया था.
उनसे पूछताछ के बाद मंगलवार को प्रश्नपत्र बांटने और लापरवाही बरतने के आरोप में दो परीक्षा पर्यवेक्षकों, तीन निरीक्षकों और दो नागरिकों को गिरफ्तार किया गया.
पेपर खत्म होने के बाद खीची गई फोटो
सिंह ने सोमवार रात को बताया: "धेमाजी पुलिस ने मामले को सुलझा लिया है. यह पता चला है कि पेपर की तस्वीरें मंगल सिंह बसुमतारी नामक व्यक्ति ने खींची थीं, जो केंद्र पर SEBA द्वारा नियुक्त किए गए फोटोग्राफरों में से एक है. परीक्षा केंद्र पर दोपहर 1.30 बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद फोटोग्राफी की गई थी. उसे हिरासत में लिया गया है और उसने कबूल किया है कि पेपर की फोटोग्राफी परीक्षा समाप्त होने के बाद की गई थी. आगे की जांच के लिए उसके मोबाइल डिवाइस जब्त कर लिए गए हैं."
सिंह ने कहा, "उसने तस्वीरें क्लिक करने के बाद कुछ व्यक्तियों को पेपर भी वितरित किया, जिनकी पहचान की जा रही है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके. परीक्षा प्रक्रिया को बदनाम करने के लिए इस कृत्य के पीछे आपराधिक साजिश का पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है."