स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले की तेज हुई जांच, CBI और असम सरकार का प्लान, निवेशकों को दिलाएंगे न्याय
एचसीएम डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम सरकार ने स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले से संबंधित 41 मामलों की जांच में तेजी लाने और सीबीआई के साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री बिस्वा ने हाल ही में कहा था कि सीबीआई आधिकारिक तौर पर अपने हाथ में ले ली है.

Stock Trading Scam Update: देश भर में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. असम में भी ऑनलाइन स्टॉक में गड़बड़ी की गई थी. हाल ही में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा में सीबीआई को इसकी जांच सौंपने की जानकारी दी थी. अब इससे जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है.
असम सरकार के मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले के संबंध में एक पोस्ट के जरिए अहम जानकारी दी. एक्स पोस्ट में लिखा गया कि "एचसीएम डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम सरकार ने स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले से संबंधित 41 मामलों की जांच में तेजी लाने और सीबीआई के साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है.
निवेशकों को मिलेगा न्याय
अधिकारियों ने बताया कि असम सरकार घोटाले का शिकार हुए निवेशकों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है." इसलिए सीएम बिस्वा हर संभव कदम उठा रहे हैं. मुख्यमंत्री बिस्वा ने हाल ही में कहा था कि सीबीआई आधिकारिक तौर पर अपने हाथ में ले ली है. उन्होंने कहा कि हमने भारत सरकार से सभी 41 रजिस्टर मामालों को औपचारिक रूप से सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया है.
स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले के 41 मामले
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार असम में अगस्त महीने के आखिर में ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले का खुलासा हुआ था. एक 29 साल के दीपांकर बमर्न की कंपनी में भारी संख्या में लोगों ने अपने पैसे लगाए थे. लेकिन इन सभी निवेशकों को रिटर्न नहीं मिला और उसका ऑफिस 21 अगस्त से बंद था. निवेशकों ने दीपांकर को लेकर शिकायत दर्ज कराई, जिसमें 41 घोटालों की जानकारी मिली.
65 लोगों की गिरफ्तारी
स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले के संबंध में अब तक 65 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम, 2019 के अलावा भारतीय न्याय संहिता के तहत जिलों में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई. असम पुलिस ने जांच के लिए 14 विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है. इस स्कैम में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं.
घोटाले में एक्टर का नाम शामिल
स्टॉक ट्रेडिंग स्कैम में असमिया अभिनेत्री, कोरियाग्राफर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सुमी बोरा और उनके पति फोटोग्राफर तार्तिक बोरा भी शामिल हैं. घोटाले का मुख्य आरोपी विशाल फुकन समेत कई फेक फर्मों के प्रमोटरों ने राज्य भर के लोगों से सैकड़ों करोड़ रुपये इस वादे पर जुटाए कि उन्हें इसका भारी रिटर्न मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं है.