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फर्जी आधार कार्ड के साथ बांग्लादेशी गिरफ्तार, असम पुलिस ने 14 लोगों पर की कार्रवाई

असम में सीमा सुरक्षा जवानों ने बॉर्डर से 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा है. ये सभी फर्जी आधार कार्ड बनाकर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे. मंगलवाल (2 अक्टूबर) की रात दक्षिण सलमारा जिले के हाटसिंगीमारी और करीमगंज जिले से इन लोगों को पकड़ा है. इनमें 9 के पास से आधार कार्ड बरामद किए गए हैं.

फर्जी आधार कार्ड के साथ बांग्लादेशी गिरफ्तार, असम पुलिस ने 14 लोगों पर की कार्रवाई
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Credit- ANI

Assam News: असम में पिछले कई समय में अवैध रूप से रहने वाले घुसपैठियों को भगाने के लिए अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश में बड़ी संख्या में दूसरे देश से आए लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं. सरकार की कोशिशों के बाद भी इन लोगों ने घुसपैठ करना छोड़ा नहीं है. अब भारत-बांग्लादेश सीमा से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

असम में सीमा सुरक्षा जवानों ने बॉर्डर से 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा है. ये सभी फर्जी आधार कार्ड बनाकर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे. मंगलवाल (2 अक्टूबर) की रात दक्षिण सलमारा जिले के हाटसिंगीमारी और करीमगंज जिले से इन लोगों को पकड़ा है.

फेक आधार कार्ड बरामद

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस संबंध में बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से अवैध तरीके से 14 लोग राज्य में घुसे थे. इनमें 9 के पास से आधार कार्ड बरामद किए गए हैं. यह देश और राज्य की सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील मामला है. सवाल यह है कि इन घुसपैठियों ने आधार कार्ड कहां से और कैसे बनवाए? फर्जी आधार कार्ड बनवाने में किसने इनकी मदद की. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों भी चौकसी बढ़ा दी है.

9 के पास आधार कार्ड

सीएम बिस्वा ने बुधवार को बताया कि असम में अवैध रूप से घुसने के आरोप में 14 बांग्लादेशी को पकड़ा गया है. इनमें 9 के पास नकली आधार कार्ड मिले हैं. इस बारे में सीएम ने एक पोस्ट भी किया है. सीएम बिस्वा ने राज्य पुलिस बल की तारीफ की और कहा कि जब से बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई है, हमने कड़ी निगरानी रखी है और इस अवधि में 108 घुसपैठियों को पकड़ा है.

पहले 17 घुसपैठियों को भेजा वापस

इससे पहले असम में सीमा के पास पुलिस ने 8 बच्चों सहित 17 बांग्लादेशियों को वापस उनके देश भेज दिया था. सीएम ने कहा था कि जिन बांग्लादेशी वयस्कों को असम पुलिस ने बॉर्डर से वापस भेजा उनकी पहचान हारुन लामिन, उमाई खुनसुम, मोहम्मद इस्माइल, फातिमा खातुन समेत अन्य के रूप में हुई है. उन्होंने भारत में रोहिंग्याओं को लेकर चेतावनी दी और कहा कि घुसपैठ में काफी वृद्धि हुई है और जनसांख्यिकीय आक्रमण का खतरा वास्तविक और गंभीर दोनों है. उन्होंने कहा कि इन सभी पर निगरानी रखना बहुत जरूरी है.

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