43 रन बनाते ही विराट कोहली रच देंगे इतिहास, ऑस्ट्रेलियाई धरती पर ऐसा करने वाले बनेंगे पहले खिलाड़ी
Virat Kohli : अब यह देखना रोमांचक होगा कि विराट कोहली एडिलेड में अपने शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए 43 रन का आंकड़ा पार कर पाते हैं या नहीं. अगर वह ऐसा करते हैं, तो न केवल उनका नाम एक अनूठे रिकॉर्ड में दर्ज होगा, बल्कि यह उनकी क्षमता और ऑस्ट्रेलिया में उनके दबदबे को और मजबूत करेगा.

Virat Kohli : भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट मैच एडिलेड के ओवल मैदान पर खेला जाएगा. यह मुकाबला 6 दिसंबर को डे-नाइट फॉर्मेट में होगा, जिसमें रेड बॉल की जगह पिंक बॉल का इस्तेमाल किया जाएगा. यह मैच भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के लिए बेहद खास रहने वाला है. कोहली इस मैच में इतिहास रचने के बेहद करीब हैं, क्योंकि उनके पास एक ऐसा कीर्तिमान बनाने का मौका है जो अब तक किसी विदेशी खिलाड़ी ने एडिलेड की धरती पर नहीं बनाया है.
एडिलेड में कोहली का चमकता रिकॉर्ड
एडिलेड ओवल का मैदान विराट कोहली के पसंदीदा मैदानों में से एक है. कोहली ने यहां अब तक 11 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 73.61 के शानदार औसत से 957 रन बनाए हैं. इनमें पांच शतक शामिल हैं. इन आंकड़ों से साफ होता है कि एडिलेड में उनका प्रदर्शन ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है.
अगर कोहली इस टेस्ट मैच में 43 रन बना लेते हैं, तो उनके एडिलेड ओवल पर कुल 1000 अंतरराष्ट्रीय रन हो जाएंगे. खास बात यह है कि ऐसा करने वाले कोहली पहले विदेशी खिलाड़ी होंगे. इससे पहले वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा ने इस मैदान पर 940 रन बनाए थे.
टेस्ट फॉर्मेट में भी कोहली का दबदबा
टेस्ट क्रिकेट में एडिलेड के रिकॉर्ड की बात करें, तो कोहली ने यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक 4 टेस्ट मैच खेले हैं. इन मुकाबलों में उन्होंने 63.62 के औसत से 509 रन बनाए हैं. इनमें तीन शतक और एक अर्धशतक शामिल है. ये आंकड़े इस बात का सबूत हैं कि कोहली एडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए सबसे बड़े खतरे में से एक रहे हैं.
पिछली पारी में जड़ा था शानदार शतक
विराट कोहली का आखिरी टेस्ट शतक पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में आया था. उस पारी में उन्होंने 143 गेंदों पर 8 चौके और 2 छक्के की मदद से नाबाद 100 रन बनाए थे. इससे पहले, कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 16 महीने पहले पोर्ट ऑफ स्पेन में शतक लगाया था. हालांकि, उसके बाद टेस्ट फॉर्मेट में उनका बल्ला शतकों के लिए तरसता रहा.