एमएस धोनी पर अंपायर डेरेल हार्पर ने लगाया गंभीर आरोप
इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायरिंग के साथ-साथ हार्पर ने इंडियन प्रीमियर लीग में भी अंपायरिंग की है। हार्पर ने धोनी को लेकर जो कहा है, वह घटना आईपीएल 2023 की है।

आईसीसी एलीट पैनल के पूर्व अंपायर डेरेल हार्पर ने भारत के दिग्गज क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी पर एक गंभीर आरोप लगाया है। मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में हार्पर ने धोनी को लेकर कहा कि शायद कुछ लोग कानून से बड़े हैं। हार्पर दुनिया के कुछ बेहतरीन अंपायर में से एक रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायरिंग के साथ-साथ हार्पर ने इंडियन प्रीमियर लीग में भी अंपायरिंग की है। हार्पर ने धोनी को लेकर जो कहा है, वह घटना आईपीएल 2023 की है।
गुजरात टाइटंस के खिलाफ था मुकाबला
महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2024 से पहले तक चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान थे। आईपीएल 2023 में धोनी ने सीएसके की अगुवाई की थी। दरअसल, हार्पर ने जिस घटना का जिक्र किया है, वह गुजरात टाइटंस के खिलाफ क्वालीफायर-1 मुकाबले का है। इस मैच में धोनी ऑन-फील्ड अंपायरों के साथ बहस करते हुए देखे गए थे। हालांकि, मैच का नतीजा सीएसके के पक्ष में रहा था लेकिन धोनी के व्यवहार से अंपायर पूरी तरह से नाखुश थे क्योंकि धोनी को दुनिया कैप्टन कूल के नाम से जानती है और उन्हें क्रिकेट के नियमों का पालन करने वाले खिलाड़ियों के तौर पर भी देखा जाता है। इसके उलट उस मैच में वह बुरी तरह से गुस्सा करते हुए दिखे थे।
रोमांचक हो चुका था मैच
आईपीएल 2023 का पहला क्वालीफायर काफी रोमांचक हो चुका था। मैच में गुजरात टाइटंस की टीम 173 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। पारी के 16वें ओवर तक मैच गुजरात के पक्ष में था लेकिन तभी 16वें ओवर के शुरू होने से पहले खेल को रोक दिया गया जिससे गुजरात के बल्लेबाजों की लय टूट गई। दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी पारी का 16वां ओवर श्रीलंका के तेज गेंदबाज माथिसा पाथिराना से कराना चाहते थे लेकिन अंपायर ने इसके लिए मना कर दिया था।
समय की हुई बर्बादी!
हुआ यूं था कि 16वें ओवर से पहले पाथिराना मैदान से 9 मिनट के लिए बाहर थे। ऐसे में जैसे ही वह फील्ड पर वापस आए तो धोनी ने पाथिराना से 16वां ओवर कराना चाहा। इस पर अंपायर ने नियम का हवाला देते हुए कहा कि चूंकि पाथिराना 9 मिनट के बाद मैदान पर आए हैं, ऐसे में वह तुरंत गेंदबाजी के लिए नहीं जा सकते हैं, यह नियम के खिलाफ है। इसके लिए पाथिराना को कम से कम 9 मिनट का इंतजार करना होगा। इसी बात पर धोनी और अंपायर के बीच तीखी बहस हुई। कप्तान धोनी और अंपायर के बीच कुल 4 मिनट तक नियम को लेकर बहसबाजी होती रही। इतनी देर में पाथिराना का फील्ड पर 9 मिनट समय पूरा हो गया और वह बॉलिंग के लिए योग्य साबित हो गए। समय की इसी बर्बादी के कारण अंपायर हार्पर ने अपनी निराशा जाहिर की थी।
हार्पर ने कही बड़ी बात
मिड डे को दिए इंटरव्यू में हार्पर ने जो कहा, वह काफी हैरान करने वाला है। हार्पर ने कहा, 'धोनी ने अपने पसंदीदा गेंदबाजी विकल्प को महत्वपूर्ण 16वां ओवर देने के लिए जानबूझकर समय बर्बाद किया था। यही एकमात्र निष्कर्ष है जो मैं उस निराशाजनक तमाशे से निकाल सकता हूं। मेरे लिए समस्या थी क्रिकेट की भावना और अंपायरों के निर्देशों के प्रति दिखाए गए सम्मान की कमी। कप्तान के पास गेंदबाजी के और भी विकल्प थे लेकिन उन्हें अनदेखा कर दिया गया। शायद, कुछ लोग कानून से बड़े हैं या इस मामले में क्रिकेट की भावना से। यह देखना हमेशा निराशाजनक होता है कि कुछ लोग जीतने के लिए किस हद तक जा सकते हैं।
धोनी की टीम ने की थी दमदार वापसी
अंपायर के साथ हुए ड्रामे के बाद सीएसके की टीम ने मैच में दमदार वापसी की। एक तरफ जहां गुजरात उस ब्रेक से पहले मजबूत स्थिति में दिख रही थी, वहीं उसके बाद गुजरात की पारी लड़खड़ा गई और नतीजा यह हुआ कि टीम को 15 रन से यह मैच गंवाना पड़ गया। इसके बाद गुजरात के कप्तान भी काफी निराश दिखे थे।