टी20 में पावरप्ले का बदल गया फॉर्मूला! ICC ने किए बड़े बदलाव, टेस्ट क्रिकेट में भी लगेगी स्टॉपवॉच
आईसीसी ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में ओवर घटने की स्थिति में पावरप्ले को लेकर नया नियम लागू किया है. अब पावरप्ले ओवरों की गिनती गेंदों के आधार पर होगी, न कि पूरे ओवर के आधार पर. उदाहरण के लिए, 19 ओवर के मैच में पावरप्ले 5.4 ओवर (34 गेंद) तक रहेगा. यह नियम दोनों पारियों पर समान रूप से लागू होगा और इसका उद्देश्य खेल को अधिक संतुलित और निष्पक्ष बनाना है.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने पुरुषों के टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए पावरप्ले नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जो जुलाई 2025 से लागू होगा. अब यदि कोई टी-20 मैच बारिश या किसी अन्य कारण से छोटा होता है, तो पावरप्ले की गणना ओवर के बजाय गेंदों के आधार पर की जाएगी. यानी, पहले जहां 8 ओवर के मैच में सीधे 2 ओवर का पावरप्ले मिलता था, अब नई व्यवस्था में पावरप्ले 2.2 ओवर (13 गेंद) का होगा.
यह नया नियम इंग्लैंड के टी-20 ब्लास्ट टूर्नामेंट में पहले से लागू है और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे स्वीकार किया गया है. इसके पीछे तर्क है कि इससे मैचों में बेहतर संतुलन और निष्पक्षता आएगी. ICC के मुताबिक यह बदलाव खिलाड़ियों और अंपायर्स के लिए कोई कठिनाई नहीं पैदा करेगा.
पहले क्या था, अब क्या होगा?
आईसीसी ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए नया नियम लागू किया है, जो ओवर्स घटने की स्थिति में पावरप्ले की गणना को ज्यादा सटीक और तार्किक बनाएगा. अब यदि कोई मुकाबला 19 ओवर का होता है, तो उसमें पावरप्ले 5.4 ओवर (यानी 34 गेंद) तक लागू रहेगा. आईसीसी ने हर ओवर के हिसाब से पावरप्ले की सटीक गिनती तय कर दी है. पहले के नियमों के अनुसार, यदि मैच 8 ओवर का होता तो केवल 2 ओवर का पावरप्ले दिया जाता था, और 9 ओवर होने पर यह सीधे 3 ओवर हो जाता था. अब नई प्रणाली के तहत गेंदों के आधार पर पावरप्ले का निर्धारण होगा. यह नया नियम दोनों पारियों पर समान रूप से लागू होगा, जब भी मैच के ओवर किसी कारणवश कम किए जाएंगे. इससे मुकाबले की निष्पक्षता और संतुलन बेहतर बनेगा.
क्यों बदला गया नियम?
ICC ने माना कि पिछले नियम से मैच का कैलकुलेशन और बैलेंस बिगड़ते थे. टी20 मैचों में पावरप्ले कुल ओवरों का लगभग 30% होता है, लेकिन छोटे मैचों में ये अनुपात गड़बड़ा जाता था. अब नई व्यवस्था उस अनुपात के करीब पहुंचेगी.
इंग्लैंड में पहले से लागू था यह सिस्टम
ICC ने बताया कि इंग्लैंड की ‘टी20 ब्लास्ट’ लीग में यह प्रणाली कई वर्षों से सफलतापूर्वक लागू की जा रही है. खिलाड़ियों और अंपायरों को इससे कोई परेशानी नहीं होती. अब इसे ICC की पुरुष क्रिकेट समिति ने भी मंजूरी दे दी है.
टेस्ट क्रिकेट में स्टॉपवॉच का नया रोल!
ICC ने टेस्ट मैचों में भी एक और बड़ा बदलाव किया है. अब धीमी ओवर गति पर स्टॉपवॉच का इस्तेमाल होगा, जैसा कि पिछले साल सफेद गेंद क्रिकेट में लागू किया गया था. इससे गेंदबाज़ों पर समय का दबाव बढ़ेगा और खेल की गति सुधरेगी.
सिर में चोट (Concussion) की स्थिति में नए नियम
अब टीमों को मैच से पहले ही कन्कशन सब्स्टीट्यूट की सूची देनी होगी. इसमें एक ऑलराउंडर, एक बल्लेबाज़, एक विकेटकीपर, एक तेज़ गेंदबाज़ और एक स्पिनर शामिल होना अनिवार्य होगा.
सलाइवा पर भी नया फैसला
अगर खिलाड़ी गेंद पर लार का इस्तेमाल करते हैं तो अब अंपायर की मर्जी से तय होगा कि गेंद बदली जाए या नहीं. पहले ऐसे मामलों में गेंद तुरंत बदली जाती थी. लेकिन अब अंपायर यह देखेंगे कि लार से गेंद की स्थिति में ‘काफी बदलाव’ आया या नहीं. फिलहाल ये सारे बदलाव सिर्फ पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर लागू होंगे. महिला क्रिकेट में इन नियमों को इस साल के अंत तक संशोधित किया जाएगा.