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रोहित शर्मा '100 रन पर ऑल आउट होने के लिए तैयार थे', अश्विन ने बताया ड्रेसिंग रूम का किस्सा

Rohit Sharma: अश्विन ने बताया कि जब टीम पर दबाव था, तब ड्रेसिंग रूम का माहौल काफी गंभीर था. लेकिन रोहित का आत्मविश्वास और आक्रामक सोच टीम के सभी खिलाड़ियों में जोश भरने का काम कर रही थी. रोहित ने टीम से कहा था कि हमें हार का डर नहीं है, बल्कि हमें इस मैच को जीतने के लिए हर संभव प्रयास करना है. उनके इस जज्बे ने टीम के प्रदर्शन को नई दिशा दी.

रोहित शर्मा 100 रन पर ऑल आउट होने के लिए तैयार थे, अश्विन ने बताया ड्रेसिंग रूम का किस्सा
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Rohit Sharma
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 2 Oct 2024 11:09 AM

Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में एक ऐसा साहसिक फैसला लिया, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया. यह किस्सा उस समय का है जब भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा टेस्ट खेला, जहां परिस्थितियाँ बिल्कुल आसान नहीं थीं. टीम के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रोहित किस हद तक आक्रामक खेल खेलने के लिए तैयार थे, और उनका यह जज्बा टीम को जीत दिलाने में अहम साबित हुआ.

आखिरकार रोहित शर्मा की आक्रामक कप्तानी और टीम के अनुशासित प्रदर्शन की बदौलत भारत ने बांग्लादेश को 280 रनों से मात दी. यह जीत भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने के और करीब ले आई. रोहित शर्मा की यह कप्तानी न केवल टीम इंडिया के लिए एक प्रेरणा बनी, बल्कि यह भी साबित किया कि कभी-कभी जीत के लिए जोखिम उठाना जरूरी होता है.

आक्रामक सोच और 'जीत या हार' का मंत्र

दूसरे टेस्ट के दौरान, जब बारिश ने खेल को काफी प्रभावित कर दिया था, तब टीम इंडिया के पास जीत का अवसर बहुत कम था. पहले तीन दिनों में केवल 35 ओवर का खेल हो पाया था, जबकि दूसरे और तीसरे दिन तो बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी. इस स्थिति में अधिकांश टीमें मैच ड्रॉ करने का विकल्प चुनतीं, लेकिन रोहित शर्मा की सोच कुछ अलग थी. उनके मन में ड्रॉ करने का कोई इरादा नहीं था. अश्विन ने बताया कि रोहित ने टीम से साफ कह दिया था कि चाहे हमें 100 रन पर ही ऑल आउट क्यों न होना पड़े, पर हमें जीत की ओर ही बढ़ना है.

पहली पारी में चुनौती और बांग्लादेश की मजबूत बल्लेबाजी

भारत ने पहली पारी में बांग्लादेश को 107/3 पर रोक दिया था, लेकिन उनकी पारी को जल्दी समेटना भी बड़ी चुनौती थी. पूर्व कप्तान मोमिनुल हक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने टेस्ट करियर का 13वां शतक जड़ा और बांग्लादेश की टीम को 233 रन तक पहुंचाया. जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने आखिरकार बांग्लादेश को ऑल आउट किया.

रोहित शर्मा का मास्टरस्ट्रोक

हालांकि, सबसे दिलचस्प बात यह रही कि रोहित शर्मा का ध्यान इस बात पर था कि उन्हें हर हाल में मैच जीतना है. टीम इंडिया के पास अब सिर्फ दो दिन और 196 ओवर का खेल बचा था. रोहित ने अपने बल्लेबाजों से आक्रामक तरीके से खेलने का आदेश दिया. उनकी यह रणनीति सफल रही और टीम ने तेजी से रन बनाते हुए स्कोरबोर्ड पर दबाव बनाया.

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