Ind Vs NZ: न्यूजीलैंड से बचानी है हार तो टीम इंडिया को करना होगा 16 साल पहले वाला ये कमाल
टीम इंडिया के पास मजबूत बल्लेबाज़ी क्रम है, लेकिन बड़े लक्ष्य के दबाव में उनका संयम और तकनीक की कड़ी परीक्षा होगी. इस चुनौतीपूर्ण मुकाबले में भारत की जीत की उम्मीदें गेंदबाज़ों के प्रदर्शन पर निर्भर होंगी कि वे न्यूज़ीलैंड को कितने कम स्कोर पर रोक पाते हैं. क्या भारतीय टीम 16 साल पुराने कमाल को दोहरा पाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा.

Ind Vs NZ: पुणे में खेले जा रहे भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ के दूसरे मुकाबले में कीवी टीम ने अपना दबदबा बना लिया है. दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक न्यूज़ीलैंड ने 301 रनों की बढ़त हासिल कर ली है और उनके हाथ में अभी भी पांच विकेट बाकी हैं. तीसरे दिन मेहमान टीम का लक्ष्य भारत को 400 से अधिक रनों का विशाल लक्ष्य देने का रहेगा. अगर न्यूज़ीलैंड इसमें कामयाब हो जाती है, तो भारत के लिए जीत की राह मुश्किल हो जाएगी, क्योंकि भारत ने घरेलू मैदान पर 400 से अधिक का लक्ष्य कभी भी सफलतापूर्वक चेज़ नहीं किया है.
400 से कम पर न्यूज़ीलैंड को रोकने का प्रयास
भारत के पास जीत के लिए एक ही विकल्प होगा— न्यूज़ीलैंड को तीसरे दिन के खेल में जल्द से जल्द समेटना. यदि भारतीय गेंदबाज़ 400 रनों से कम के लक्ष्य पर कीवी टीम को रोकने में सफल रहते हैं, तो भारत के पास जीत की थोड़ी संभावना बनी रहेगी. इस स्थिति में भी भारत को अपनी क्षमता का श्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाना होगा, क्योंकि बड़े लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होता, विशेषकर घरेलू मैदान पर जहां चुनौतियां और बढ़ जाती हैं.
300+ का टारगेट चेज़ करना नहीं है आसान
भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में, घर पर 300 या उससे अधिक का लक्ष्य चेज़ करने का मौका पांच बार मिला है. इन पाँच में से केवल एक बार ही टीम इंडिया ने सफलता हासिल की है, और वह ऐतिहासिक जीत 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ आई थी. इस जीत के बाद से भारत ने इस तरह के बड़े टारगेट को कभी चेज़ नहीं किया है.
1948: वेस्टइंडीज के खिलाफ - ड्रॉ
1949: वेस्टइंडीज के खिलाफ - ड्रॉ
1979: पाकिस्तान के खिलाफ - ड्रॉ
1986: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ - टाई
2008: इंग्लैंड के खिलाफ - जीत