Ram Navami 2025: जीवन में बनी रहेगी सुख और शांति, बस राम नवमी के दिन करें ये काम
यह दिन भगवान राम के जन्म की याद में मनाया जाता है, जो त्रेतायुग में राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर अयोध्या में जन्मे थे. श्रीराम का जन्म धर्म, सत्य और आदर्श का प्रतीक माना जाता है. भगवान राम ने अपने जीवन में सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने का आदर्श दिया है.

राम नवमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख और महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान राम की जयंती के रूप में मनाया जाता है. राम नवमी का पर्व चैत्र माह की नवमी तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल महीने में आता है.भगवान राम को दशरथ और कौशल्या का पुत्र माना जाता है और उन्हें भगवान विष्णु का सातवां अवतार कहा जाता है.
राम नवमी का दिन भगवान राम की पूजा और उनके जीवन के आदर्शों को स्मरण करने का अवसर है. अगर आप अपने जीवन में सुख और शांति चाहते हैं, तो इस दिन आपको कुछ विशेष काम करने चाहिए.
रामायण का पाठ
राम नवमी के दिन रामायण का पाठ या उसकी कथा सुनना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है. आप घर पर या मंदिर में जाकर रामायण का पाठ कर सकते हैं. इस दिन भगवान राम की पूजा विशेष रूप से की जाती है. पूजा में राम जी की मूर्ति या चित्र की पूजा करें. दीप जलाएं, फूल अर्पित करें, और उनके महामंत्र "ॐ राम रामय नम:" का जप करें.
हनुमान चालीसा पढ़े
राम नवमी के दिन राम भगवान की पूजा के अलावा हनुमान चालीसा पढ़ने से सौभाग्य प्राप्त होता है. इसके अलावा, बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ करने से भी लाभ मिलेगा. साथ ही, हनुमान जी की भी पूजा करें.
दान करें
राम नवमी के दिन दान का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन दान और सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और आत्मिक शांति मिलती है. दान करने से न केवल समाज का भला होता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ फल भी आते हैं इस दिन विशेष रूप से जरूरतमंदों को दान देने की परंपरा है. आप गरीबों, अनाथालयों या वृद्धाश्रमों में खाना या वस्त्र दान कर सकते हैं.