अजीब फरमान! दाढ़ी में घोड़ी नहीं चढ़ेगा दूल्हा, प्री वेडिंग शूट भी बैन
उदयपुर में मेनारिया समाज की बैठक में निर्णय लिया गया है कि अब ना तो प्री वेडिंग शूट होगा और ना ही कोई दूल्हा दाढ़ी बढ़ा कर घोड़ी चढ़ेगा.

राजस्थान के उदयपुर में रहने वाले मेनारिया समाज के लोगों ने अजीब फरमान जारी किया है. इस फरमान के मुताबिक समाज का कोई भी युवक शादी रचाने के लिए दाढ़ी बढ़ा कर नहीं जाएगा. यही नहीं, इस समाज में प्री वेडिंग शूट जैसे कार्यक्रम भी नहीं किए जाएंगे. यह फैसला सोमवार को हुई समाज की बैठक में लिया गया. इस बैठक में समाज के तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे और सभी ने एक राय होकर फरमान जारी किया.
इस फरमान को समाज के हरेक परिवार के लिए अनिवार्य माना गया. गिर्वा चोखले (गिर्वा में मौजूद समाज के गांवों का समूह) की मेनारिया समाज की यह बैठकउदयपुर के पानेरियों की मादड़ी गांव के भट्ट तलाई नोहरे में हुई. इस बैठक में मौजूद लोगों ने देश और समाज की स्थिति के साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत को लेकर चिंतन किया. इस दौरान कई लोगों ने कहा कि इन दिनों में शादी में दूल्हों के दाढ़ी बढाकर बारात निकालने का चलन शुरू हो गया है.
घोड़ी चढ़ने से पहले कटानी होगी दाढ़ी
इस बात पर समाज ने इसे खारिज किया और कहा कि आज के बाद अपने समाज का कोई भी युवक दूल्हा बनेगा तो उसे दाढ़ी कटानी होगी. घोड़ी चढ़ने से पहले उसे क्लीन सेव होना ही होगा. समाज के लोगों ने कहा कि उनके यहां कभी दाढ़ी रखकर बारात में जाने की प्रथा नहीं रही है. इसलिए वह समाज के अंदर किसी नई प्रथा को शुरू नहीं करेंगे. वैसे भी हिंदू संस्कृति में दूल्हा क्लीन शेव होकर घोड़ी चढ़ता है.
मृत्यु भोज भी बंद करने पर बनी सहमति
इसी के साथ प्रावधान किया गया कि अब कोई भी दूल्हा या दुल्हन अब प्री वेडिंग शूट भी नहीं कराएंगे. बता दें कि समाज की यह बैठक काफी समय बाद हुई है. इसमें 9 गांवों के प्रमुख 1500 लोगों ने हिस्सा लिया और समाज की आर्थिक, शैक्षिक सामाजिक, सांस्कृतिक परिस्थितियों पर विचार विमर्श किया. इस बैठक में मृत्यु भोज जैसी कुप्रथा को भी बंद करने का प्रस्ताव रखा गया है. इस पर आम सहमति भी बनी.