ढाई बजे नहीं, अब 4 बजे खलेंगी बाबा महाकाल की नींद, फिर होगी भस्म आरती
उज्जैन के प्रसिद्ध बाबा महाकाल की भस्म आरती का समय कल से बदल जाएगा. अब तक बाबा ढाई बजे जगते रहे हैं, लेकिन अब उनके जगने का समय सुबह के 4 बजे होगा.

उज्जैन में प्रसिद्ध बाबा महाकाल की भस्म आरती का समय मंगलवार से बदल जाएगा. दरअसल अब बाबा महाकाल के जगने और सोने के समय में ही बदलाव हो गया है. बाबा मंगलवार से सुबह 4 बजे जगेंगे. इसके बाद उनका अभिषेक, श्रृंगार और फिर भस्म आरती होगी. अब तक श्रावण मास में बाबा भक्तों की सुविधा के लिए सुबह के ढाई बजे जगते रहे हैं और इसी के अनुरुप उनके अभिषेक से लेकर भसम आरती तक की समय सारिणी बनी हुई थी. अब एक बार फिर से बाबा का रुटीन पुरानी प्रक्रिया के तहत होगा.
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा के मुताबिक आम तौर पर भक्त भगवान के जप तप करते हैं. उनके लिए कठिन उपवास करते हैं, लेकिन यहां बाबा की महिमा निराली है. ये खुद भक्तों के लिए अपने आराम को छोड़ कर दरबार लगाते हैं और भक्तों को निहाल करते हैं. भक्तों की सुविधा के लिए बाबा पूरे श्रावण मास में डेढ़ घंटे पहले ही जग जाते थे. मंदिर के पुजारी पंडित शर्मा ने बताया कि इस साल के श्रावण में सोमवार के दिन बाबा महाकाल के भस्म आरती रात 2:30 बजे से शुरू होती रही है. वहीं अन्य दिनों में यह भस्म आरती रात में 3:00 बजे से होती थी. हालांकि 3 सितंबर से यह व्यवस्था बदल जाएगी और बाबा आराम से डेढ़ घंटे अतिरिक्त नींद ले सकेंगे.
चलित दर्शन भी अब हो जाएगा बंद
अब उनकी आरती रोजाना सुबह के 4 बजे हुआ करेगी. उन्होंने बताया कि महाकाल मंदिर में चलित दर्शन की व्यवस्था को भी मंगलवार से बंद कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि श्रावण के महीने में उमड़ने वाली देशी विदेशी भक्तों की भीड़ और व्यवस्था के तहत मंदिर में चलित दर्शन शुरू किया गया था. इस सिस्टम की वजह से अधिक से अधिक लोग बाबा की भस्म आरती में शामिल हो पाते थे. अब भस्म आरती के समय में बदलाव के साथ ही इस व्यवस्था को भी बंद किया जा रहा है. अब पहले की ही तरह वही भक्त भस्म आरती में शामिल हो पाएंगे, जिन्हें प्रवेश पास मिला होगा. वैसे भी श्रावण मास खत्म होने के बाद चलित दर्शन में भक्तों की संख्या काफी कम हो गई थी.