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तबाह हो गया पूरा परिवार! 400 साल पुराने किले की गिरी दीवार, मध्य प्रदेश में 7 लोगों की मौत

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के दतिया में 400 साल पुराने किले की दीवार गिर गई. इस घटना में पूरा एक परिवार तबाह हो गया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई.

तबाह हो गया पूरा परिवार!  400 साल पुराने किले की गिरी दीवार, मध्य प्रदेश में 7 लोगों की मौत
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400 year old fort wall collapse
सचिन सिंह
by: सचिन सिंह

Updated on: 12 Sept 2024 3:35 PM IST

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में गुरुवार सुबह 400 साल पुराने किले की दीवार गिरने से एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई. यह घटना सुबह करीब 3:30 बजे हुई. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने दो लोगों को बचा लिया, जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. दोपहर तक बचाव अभियान ने सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से कुल सात शव बरामद किए हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पड़ोसियों ने मलबे में दबे दो लोगों को बचा लिया, जिन्हें बाद में अस्पताल ले जाया गया. बचाव दल ढहने की घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचा और दोपहर 12 बजे तक पांच शवों को निकालने में कामयाब रहा. स्थानीय लोगों ने बताया कि ढहने से पहले एक जोरदार आवाज आई थी, जिससे पड़ोसी सचेत हो गए.


सुबह 3:30 बजे गिरी दीवार

एक स्थानीय निवासी ने कहा, 'हमने सुबह 3:30 बजे के आसपास एक जबरदस्त धमाका सुना और जब हम बाहर गए तो हमने देखा कि दीवार गिर चुकी थी. उन्होंने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और पुलिस को इसकी सूचना दी.

मृतकों के नाम- निरंजन वंशकार, उनकी पत्नी ममता, उनके पिता राधा, उनके बेटे सूरज (19) और शिवम (22), उनकी बहन प्रभा और उनके पति किशन वंशकार. निरंजन ग्वालियर से यहां आने के बाद लगभग 15 साल से अपने ससुराल में रह रहे थे. दुर्घटना में निरंजन के बहनोई मुन्ना वंशकार और मुन्ना के बेटे आकाश घायल हो गए, जिन्हें सिर और पैर में चोटें आईं और उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.

भारी बारिश बनी दीवार गिरने की वजह

फंसे हुए लोगों को बचाने के प्रयास बड़े पत्थरों और मलबे के कारण फंसे हुए लोगों को निकालना मुश्किल हो गया. आशंका है कि पिछले 30 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने दीवार की कमजोर हो गई थी. मौके पर मौजूद एक बचावकर्मी ने कहा, 'भारी बारिश ने निश्चित रूप से दीवार को कमजोर कर दिया है.' वहीं एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'मलबे को हटाना एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया थी'

बचाए गए लोगों में से एक मुन्नालाल वंशकार ने अस्पताल से मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'जब दीवार गिरी, तब हम सभी सो रहे थे. हम पिछले 15 साल से वहां रह रहे थे. भारी बारिश के कारण दीवार कमजोर हो रहा था और ये घटना हो गई.

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