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पीरियड्स के बिना हो रही है ब्लीडिंग तो समझे है बड़ा खतरा, तुरंत करें ये काम

पीरियड्स के बिना हो रही ब्लीडिंग को हल्के में न लें. यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, इसलिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जांच करवाएं. सही समय पर उपचार लेने से आप कई प्रकार की गंभीर समस्याओं से बच सकती हैं.

पीरियड्स के बिना हो रही है ब्लीडिंग तो समझे है बड़ा खतरा, तुरंत करें ये काम
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 25 Nov 2024 10:25 PM

पीरियड्स के बिना वजाइनल ब्लीडिंग होना एक गंभीर समस्या हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह स्थिति महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए खतरे का संकेत हो सकती है, और इसे तुरंत डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है. समय रहते इलाज न करवाना समस्या को और बढ़ा सकता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसी स्थिति के कारण और उसका उपचार.

मेनोपॉज और वजाइनल ब्लीडिंग

महिलाओं के जीवन में मेनोपॉज एक अहम बदलाव होता है, जब पीरियड्स धीरे-धीरे बंद हो जाते हैं. इस दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें वजाइनल ब्लीडिंग भी एक प्रमुख समस्या हो सकती है. यदि मेनोपॉज के बाद अचानक ब्लीडिंग होती है, तो यह शरीर में किसी गंभीर बदलाव का संकेत हो सकता है.

संबंध बनाने के दौरान ब्लीडिंग

यदि वजाइनल ब्लीडिंग सेक्स के दौरान हो रही है, तो इसके कई कारण हो सकते हैं. एक सामान्य कारण वजाइनल ड्राइनेस हो सकता है, जो मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारण होता है. इस स्थिति में, महिला को सेक्स से पहले उचित फोरप्ले की आवश्यकता होती है ताकि प्राकृतिक लुब्रिकेशन हो सके. अगर फिर भी समस्या बनी रहती है, तो महिला लुब्रिकेंट का उपयोग कर सकती है.

वजाइनल इंफेक्शन और ब्लीडिंग

वजाइनल इंफेक्शन के कारण भी ब्लीडिंग हो सकती है. यह इंफेक्शन पेल्विक एरिया, सर्विक्स, फैलोपियन ट्यूब, या ओवरी में हो सकता है, और इसके कारण सेक्स के बाद ब्लीडिंग होती है. इस स्थिति में, सबसे पहले इंफेक्शन का इलाज करवाना बेहद जरूरी है. ध्यान रखें, यदि एक व्यक्ति को इंफेक्शन है तो दूसरा भी संक्रमित हो सकता है, इसलिए दोनों का इलाज कराना चाहिए.

सर्वाइकल कैंसर और एंडोमेट्रियल कैंसर

अगर किसी महिला को मेनोपॉज के बाद बार-बार ब्लीडिंग हो रही है, तो यह सर्वाइकल कैंसर या एंडोमेट्रियल कैंसर का संकेत हो सकता है. ऐसी स्थिति में, तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए. सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए नियमित रूप से पेप्समीयर टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है, जिससे कैंसर का समय रहते पता चल सके.

हार्मोनल परिवर्तन और ब्लीडिंग

अगर किसी महिला ने हाल ही में हार्मोनल गर्भनिरोधक जैसे गर्भनिरोधक गोलियां, कॉपर-टी, या कॉन्ट्रासेप्शन पैच का उपयोग शुरू किया है, तो उसे हेवी ब्लीडिंग हो सकती है. यह आमतौर पर कुछ समय बाद ठीक हो जाता है, लेकिन अगर ब्लीडिंग लगातार जारी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.

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