आत्मा की अंधेरी रात क्या है? इससे दूर भागे बिना कैसे पार पाया जाए
हर किसी के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब सब कुछ शून्य में गिरता हुआ प्रतीत होता है. ऐसी ही स्थिति को डार्क नाइट ऑफ सोल कहते हैं.जीवन की इस परिस्थिति में व्यक्ति को खुद को बहुत हताश और निराश महससू करता है. वह खुद को अकेला समझने लगता है. इसलिए डार्क नाइट ऑफ सोल के बारे में आपको पता होना चाहिए कि कैसे हम इससे बच सकते हैं.

What Is The Dark Night Of The Soul: हर किसी की जिंदगी में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है. इंसान अपनी समस्याओं से मानसिक रूप से काफी परेशान हो जाता है. एक समय ऐसा आता है जब सब कुछ शून्य में गिरता हुआ प्रतीत होता है. ऐसी ही स्थिति को डार्क नाइट ऑफ सोल कहते हैं.
जीवन की इस परिस्थिति में व्यक्ति को खुद को बहुत हताश और निराश महससू करता है. वह खुद को अकेला समझने लगता है. इसलिए डार्क नाइट ऑफ सोल के बारे में आपको पता होना चाहिए कि कैसे हम इससे बच सकते हैं. यह एक कठिन और दर्दनाक समय है जब आप अपने बारे में जो कुछ भी जानते थे वह सब बिखरने लगता है.
डार्क नाइट ऑफ सोल क्या है?
डार्क नाइट ऑफ सोल की स्थिति में व्यक्ति को स्वास्थ्य संकट का सामना करना, घर से दूर जाना या अपने सबसे बुरे डर का सामना करना पड़ता है. इस दौरान आप उदासी, अकेलेपन और दुनिया से अलग होने की भावना से अभिभूत महसूस कर सकते हैं. बता दें कि डार्क नाइट ऑफ सोल का जिक्र पहली बार 16वीं शताब्दी के स्पेनिश रहस्यवादी और कवि सेंट जॉन ऑफ द क्रॉस की कविता में किया गया था.
डार्क नाइट ऑफ सोल के चरण
पहला चरण- यह स्थिति किसी अप्रत्याशित घटना या बदलाव से शुरू होती है जिसके लिए आप तैयार नहीं होते हैं. आध्यात्मिक शिक्षक शैनन कैसर इस अवस्था को "द रोलर कोस्टर" कहते हैं, जो इसे आपके नियंत्रण से बाहर किसी चीज़ से होने वाले तीव्र दर्द के कारण होने वाले भावनात्मक संकट के रूप में वर्णित करता है.
दूसरा चरण- डार्क नाइट ऑफ सोल निराशा और आशाहीनता की भावनाएं भी शुरू हो जाती हैं. आपको ऐसा लग सकता है कि जीवन, विशेष रूप से वह जीवन जो आप जी रहे हैं, इस समय कोई अर्थ नहीं रखता. यह फेस आपको टॉप से शीर्ष पर चढ़ने के बजाय आपको नीचे ले जाता है.
तीसरा चरण- इस स्थिति को सबसे निचले स्तर पर पहुँचना कहते हैं. यह आमतौर पर किसी के जीवन का सबसे अंधकारमय समय होता है. इस समय आप इमोशनली वीक नजर आते हैं. खुद को अलग-थलग कर सकते हैं.
चौथा चरण- इस चरण में आप सच्चाई के प्रति जागना शुरू करते हैं, हालांकि यह आसान नहीं होगा। यह चरण तनाव के शारीरिक लक्षण ला सकता है, जैसे सिरदर्द, मतली और शरीर में दर्द, साथ ही भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव.
पांचवा चरण- एक बार जब आप अपने और अपने उद्देश्य के बारे में स्पष्ट समझ हासिल कर लेते हैं, तो पांचवां चरण शुरू होता है. इसमें आध्यात्मिक विकास और संतुलन पाना. अपने जीवन के उद्देश्य की खोज करने के बाद, आप वह जीवन बनाना शुरू कर देंगे जो आप वास्तव में जीना चाहते हैं.
छठा चरण- डार्क नाइट ऑफ सोल आपको शांति, समझ और संपूर्णता का अहसास होगा, जिसे आप खोया हुआ महसूस कर रहे होंगे. आपको पता चल जाएगा कि आप अंतिम चरण में हैं. इस चरण में आप पुराने, अस्वस्थ पैटर्न को छोड़ देंगे और उद्देश्य और जुनून की एक मजबूत भावना महसूस करेंगे.
ऐसे करें बचाव
इस दौर से कैसे बाहर निकलने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. इसमें अपने काम पर फोकस रखें. इस समय शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से अपना ख्याल रखें. हर संघर्ष आपको कुछ न कुछ सिखाता है. कभी-कभी सबक पाना आसान होता है, लेकिन कभी-कभी आपको अपने अनुभव से गहराई से जानने और अर्थ निकालने की ज़रूरत पड़ सकती है. इसके अलावा आप अपने भीतर के संघर्षों से बचने की कोशिश न करें. इस समय आत्मचिंतन और जो वास्तव में मायने रखता है उसे प्राथमिकता देने की आवश्यकता है.