कहीं घर आए खाने में प्लास्टिक तो नहीं, ऐसे करें पता
अब समस्या ये है कि ये प्लास्टिक हमारे खाने में भी मिल चुके हैं। घर की रसोई में जिन चीजों का इस्तेमाल हम रोज करते हैं, इन दिनों उनमें प्लास्टिक की मौजूदगी पाई जा रही है।

माइक्रोप्लास्टिक्स छोटे और महीन प्लास्टिक के कण होते हैं, जिनका आकार 5 मिलीमीटर से कम होता है। इन कणों के कारण हवा, पानी और मिट्टी लगातार प्रदूषित होती है। प्राथमिक माइक्रोप्लास्टिक्स वे हैं जिन्हें तैयार किया जाता है, वहीं प्लास्टिक समय के साथ द्वितीयक माइक्रोप्लास्टिक्स में बदल जाता है।
अब समस्या ये है कि ये प्लास्टिक हमारे खाने में भी मिल चुके हैं। घर की रसोई में जिन चीजों का इस्तेमाल हम रोज करते हैं, इन दिनों उनमें प्लास्टिक की मौजूदगी पाई जा रही है। हाल ही में भारत के कई ब्रांड के नमक और चीनी में प्लास्टिक के कण पाए गए थे।। ये महीन कण 5 मिलीमीटर से भी छोटे होते हैं और इन्हें देख पाना मुश्किल होता है। ऐसे में आप खान-पान में प्लास्टिक के कण खोजने के लिए ये तरीके अपनाएं।
ऐसे करें पहचान
आप अपने भोजन में प्लास्टिक के महीन कणों की पहचान करने के लिए घर पर ही डेनसिटी टेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए एक कांच के गिलास के एक चौथाई भाग को तेल या शहद जैसे गाढ़े तरल पदार्थ से भरें। अब इसमें थोड़ी मात्रा में नमक, चीनी, पानी या कोई भी खाद्य पदार्थ डालें। इसे अच्छी तरह मिलाने के बाद कुछ देर इंतजार करें।सऐसा करने पर प्लास्टिक के महीन कण तरल के ऊपरी हिस्से में तैरने लगेंगे।
पीने की चीजों में प्लास्टिक के महीन कणों की जांच करने के लिए घर पर ही कॉफी फिल्टर परीक्षण किया जा सकता है। एक गिलास के ऊपर कॉफी फिल्टर रखें और पेय पदार्थ को उसके जरिए गिलास में डालें। यह किसी छन्नी की तरह काम करेगा। जब कॉफी फिल्टर से पेय पदार्थ गुजरेगा, तो प्लास्टिक के महीन कण फिल्टर पर ही रह जाएंगे।
नमक और चीनी में प्लास्टिक के महीन कणों की उपस्थिति की खबर ने लोगों को हैरान कर दिया था। इन सामग्रियों में इन कणों की पहचान करने के लिए शेक टेस्ट काम आ सकता है। किसी गहरे रंग वाली सतह पर नमक या चीनी को शेकर की मदद से छिड़कें। इसके बाद आप उसमें ध्यान से देखें कि सतह पर कोई असामान्य कण गिरा है या नहीं, जो नमक या चीनी जैसा न दिखता हो।