रीढ़ की हड्डी को न होने दें नुकसान, इन बातों का रखें ध्यान
रीढ़ की हड्डी पूरे शरीर आधार होती है और इसमें किसी भी तरह की दिक्कत शरीर की बनावट को बिगाड़ सकती है।

रीढ़ की हड्डी पूरे शरीर आधार होती है और इसमें किसी भी तरह की दिक्कत शरीर की बनावट को बिगाड़ सकती है। इससे आपका चलना फिरना भी मुश्किल हो सकता है। रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह की गड़बड़ी का प्रभाव आपकी पर्सनैलिटी पर पड़ता है। अगर यह मजबूत और लचीली न हो तो स्लिप डिस्क और सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। अपनी रीढ़ की हड्डी का ध्यान रखने के लिए आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
एक्सरसाइज
रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाए रखने के लिए प्रतिदिन एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है, लेकिन दिनभर काम करने के बाद आप में से कई लोगों के पास न तो इसके लिए समय है और न ही एक्सरसाइज करने की इच्छा। आप ब्रिस्क वॉक, स्विमिंग और योग जैसी हल्की गतिविधियां कर सकते हैं।
ड्रग्स और शराब से रहें दूर
अगर आप मादक पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं तो इससे रीढ़ की हड्डी में खून के प्रवाह पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसी चीजों के सेवन करते रहने से खून की धमनियों को होने वाले नुकसान से खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है। इससे आपको कई खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं।
पर्याप्त पानी पिएं
रीढ़ की हड्डी के बीच में छोटी-छोटी गद्देदार डिस्क होती हैं, जो रीढ़ को लचीला रखती हैं। अगर किसी कारणवश कोई डिस्क क्षतिग्रस्त होकर सूज जाए या फिर टूटकर खुल जाए तो स्लिप डिस्क की समस्या हो जाती है। इससे बचाव के लिए स्लिप डिस्क को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है।
पूरी नींद लें
पर्याप्त मात्रा में नींद न लेने से रीढ़ की हड्डी भी प्रभावित होती है और इससे पीठ में दर्द भी होने लगता है इसलिए रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। इससे रीढ़ की हड्डी को आराम मिल जाता है।
पोश्चर का रखें ध्यान
लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ सकता है। यह स्थिति रीढ़ की हड्डी पर दबाव डाल सकती है, जिससे पीठ दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचने के लिए अपने पोश्चर का ध्यान रखें और किसी भी काम के लिए ज्यादा देर तक बैठने की बजाय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।