बच्चों में डालें ये आदत, तेज होगी याददाश्त
लोग अपनी या अपने बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के लिए चिंतित होते हैं और अलग-अलग उपाय करते हैं। आपको ऐसे उपायों के बारे में बताते हैं, जिससे आप बच्चे की मेमोरी स्ट्रॉन्ग कर सकते हैं।

आज के दौर में एक तरफ लोगों को सुख सुविधाओं के साधन बढ़े हैं, तो इसी के साथ ही स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्या भी बढ़ गई है। स्ट्रेस, एंग्जायटी का लोगों की मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। इसका असर याददाश्त पर भी पड़ता है। इस वजह से लोग को बातें भूल जाते हैं। वयस्कों के अलावा बच्चों में भी एंजायटी, स्ट्रेस के कारण बातों को याद करने में दिक्कत आती है। ऐसे में लोग अपनी या अपने बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के लिए चिंतित होते हैं और अलग-अलग उपाय करते हैं। आपको ऐसे उपायों के बारे में बताते हैं, जिससे आप बच्चे की मेमोरी स्ट्रॉन्ग कर सकते हैं।
मेडिटेशन
भाग-दौड़ भरी जिंदगी में अपने दिमाग को शांत रखने के लिए दिन में कम से कम 10 मिनट के लिए ध्यान जरूर लगाना चाहिए। इससे मन को शांति मिलती है और आपका फोकस बढ़ता है। घर के बच्चे और बड़े एकसाथ मेडिटेशन करेंगे तो बड़ों का तनाव दूर होने के साथ ही बच्चों की मेमोरी भी स्ट्रॉन्ग होगी।
नोट्स बनाना
आज के ऑनलाइन शिक्षा के दौर में बच्चों में लिखने और याद करने की आदत कम देखी जा रही है। लेकिन अगर आप पढ़ा हुआ याद रखना चाहते हैं तो आपको नोट्स बनाने की आदत डालनी चाहिए, इससे आप चीजों को आसानी से याद रख सकते हैं और आपकी की ध्यान रखने की क्षमता भी मजबूत होगी।
ब्रेन गेम्स खेलें
बच्चों की मेमरी पॉवर को मजबूत बनाने के लिए आप उन खेलों का प्रयोग कर सकते हैं जो आप पहले खेला करते थे, जब मोबाइल या इंटरनेट का जमाना नहीं था। इसमें शतरंज, सुडोकू और पजल सॉल्विंग जैसे खेल बहुत ही फायदेमंद हैं। इससे आपकी मेमरी मजबूत होती है और आपके प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल भी बेहतर होती है।
एक्सरसाइज करें
शारीरिक मेहनत करने से भी आपका दिमाग दुरुस्त रहता है, इसमें खेलकूद, रस्सी कूदना और योगाभ्यास करने जैसी प्रैक्टिस आपके दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
रूल्स बनाएं
बच्चों को नियम और अनुशासन के साथ पढ़ने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए। उनके खाने और खेलने का एक समय निश्चित करना चाहिए और उन्हें इस अनुशासन को फॉलो करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।