आयुर्वेद के अनुसार, इन चीजों से कम होगा हार्ट अटैक का खतरा
जरूरी है कि वक्त रहते खुद को हार्ट अटैक के जानलेवा जोखिम से बचाने के लिए जरूर उपायों को कर लिया जाए। कुछ चीजों के नियमित सेवन से आप हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं।

एक समय था जब हार्ट अटैक का खतरा सिर्फ व्यस्कों या बुजुर्गों को था। अब युवाओं में भी हार्ट अटैक से मौत के मामले सामने आने लगे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की आदतें हैं। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते खुद को हार्ट अटैक के जानलेवा जोखिम से बचाने के लिए जरूर उपायों को कर लिया जाए।
अयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ चीजों के नियमित सेवन से आप हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं।
अनार
आयुर्वेद के अनुसार अनार हार्ट हेल्थ के लिए सबसे अच्छे फलों में से एक है। इसके सेवन से ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल का बढ़ा लेवल कम हो जाता है जबकि एचडीएल का स्तर काफी बढ़ जाता है। आप नाश्ते के रूप में प्रतिदिन 1 अनार या सप्ताह में 2-3 बार इसका सेवन कर सकते हैं।
लहसुन
लहसुन एक एंटी-एजिंग मसाला है। आयुर्वेद के अनुसार, यह हार्ट के लिए टॉनिक की तरह काम करता है। यह ब्लड सर्कुलेशन दुरुस्त करने में मदद करता है। साथ ही खून की नालियों के अंदर कोलेस्ट्रॉल के जमाव को कम करता है। बेहतर हार्ट हेल्थ के लिए आप आधा/1 कच्चा लहसुन (ताजा कुचला हुआ) खाली पेट या भोजन से पहले दिन में एक बार 8-12 सप्ताह तक खा सकते हैं।
अर्जुन छाल की चाय
अर्जुन की छाल को एक अच्छा कार्डियो-टॉनिक माना जाता है। इसकी ठंडी प्रकृति, कसैला स्वाद और पचाने में आसान गुणवत्ता कफ और पित्त दोषों को संतुलित करने में मदद करती है और खून से टॉक्सिन निकालने में भी मदद करती है। इससे त्वचा की सेहत भी बरकरार रहती है। इतना ही नहीं इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और दिल को स्वस्थ रखता है। ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को मेंटेन रखने के साथ एसिड को कंट्रोल रखने में भी अर्जुन की छाल प्रभावी तरीके से काम करती है।
100 मिलीलीटर पानी और 100 मिलीलीटर दूध लें, इसमें 5 ग्राम अर्जुन की छाल का पाउडर मिलाएं और तब तक उबालें जब तक यह आधा न हो जाए। इसे छानकर सोते समय या सुबह/शाम भोजन से 1 घंटे पहले पियें।