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जिम में ये दिक्कतें हो सकती हैं हार्ट अटैक का संकेत

जिम और वर्कआउट को शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी उपायों में से एक माना जाता है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में जिम के दौरान हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के कारण कई लोगों की मौत हुई है।

जिम में ये दिक्कतें हो सकती हैं हार्ट अटैक का संकेत
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 23 Sept 2024 6:00 AM IST

नियमित व्यायाम, जिम और वर्कआउट को शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी उपायों में से एक माना जाता है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में जिम के दौरान हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के कारण कई लोगों की मौत हुई है। आपने भी ऐसी खबरें जरूर सुनी या देखी होंगी।

अब सवाल ये है कि जब शारीरिक व्यायाम को हृदय को स्वस्थ रखने वाला माना जाता है तो इसी के कारण हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले क्यों बढ़ रहे हैं?

जानकारों के अनुसार, हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामलों के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। ऐसे में खतरने से बचने के लिए व्यायाम के दौरान कुछ बातों और शारीरिक संकेतों पर जरूर ध्यान देना चाहिए।

चक्कर आना

जिम में एक्सरसाइज के दौरान या बाद में चक्कर आना, सिर घूमना, बेहोशी जैसी दिक्कत लग रही है तो ये भी हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है। अगर आपको ये लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत व्यायाम करना बंद कर दें और किसी साथी की मदद से डॉक्टर के पास जाएं। बिना डॉक्टर की सलाह के इन सब लक्षणों में व्यायाम करने से बचना चाहिए।

सीने में दर्द

हृदय से संबंधित अधिकतर समस्याओं में सीने में तकलीफ होना सबसे आम लक्षण होता है। व्यायाम के दौरान यदि आपको कभी भी सीने में भारीपन, जकड़न या दर्द जैसी अनुभूति होती है तो तुरंत शरीर को आराम दें। हार्ट अटैक की स्थिति में ये ध्यान दिया जाना चाहिए कि सीने का दर्द हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है।

सांस फूलना

व्यायाम के दौरान सांस फूलना सामान्य है हालांकि अगर ये बहुत अधिक या परेशान करने जैसा लग रहा है, ऐसा लग रहा है कि जैसे सांस लेने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ रही है तो इसे खतरे का संकेत माना जा सकता है। अगर आपको वर्कआउट के दौरान सांस लेने में परेशानी, घरघराहट जैसा महसूस हो तो यह हृदय की किसी समस्या का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में तुरंत व्यायाम बंद कर दें और जिम से बाहर खुली हवा में सांस लें। जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें।

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