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तनाव से कैसे हो सकता है हृदय रोग का खतरा, जानिए

आज के दौर की खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की दिक्कतों ने हृदय रोग के खतरों को बहुत बढ़ा दिया है। ऐसे में हर कोई इसे लेकर चिंतित और सजग है।

तनाव से कैसे हो सकता है हृदय रोग का खतरा, जानिए
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 24 Sept 2024 1:01 AM IST

आज के दौर की खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की दिक्कतों ने हृदय रोग के खतरों को बहुत बढ़ा दिया है। ऐसे में हर कोई इसे लेकर चिंतित और सजग है। सभी लोगों को सावधानी बरतते रहने की जरूरत है। हार्ट डिजीज वैश्विक स्तर पर गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में जाने जाते हैं जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मौत भी हो जाती है। आज के समय में हृदय रोद का सबसे बड़ा खतरा तनाव और खराब मेंटल हेल्थ है।

हृदय रोगों के लिए धूम्रपान या शराब के सेवन, व्यायाम की कमी जैसे कारकों को जिम्मेदार माना जाता है। हालांकि तनाव के कारण इसके खतरे पर अक्सर लोगों का ध्यान नहीं जाता है। अनियमित जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण विदेशों की तुलना में भारत में बीते कुछ सालों में हृदय रोग का खतरा काफी बढ़ा है।

लाइफस्टाइल में बदलाव, पौष्टिक खान-पान और बढ़ते तनाव के स्तर को नियंत्रित रखने वाले उपाय करके आप इस खतरनाक रोग से बचाव कर सकते हैं।

आइए समझते हैं कि कैसे तनाव के कारण किसी को हार्ट डिजीज हो सकता है। जब हम अक्सर या बहुत अधिक तनाव में रहते हैं तो इसकी प्रतिक्रिया में शरीर कोर्टिसोल नामक हार्मोन रिलीज करता है। अगर आप क्रोनिक स्ट्रेस से परेशान हैं या अक्सर चिंतित रहते हैं तो कोर्टिसोल का स्तर बढ़ा हुआ रह सकता है।

इसके दुष्प्रभावों के कारण ब्लड प्रेशर के साथ-साथ ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा भी बढ़ने लग जाती है। ये सभी हार्ट हेल्थ के लिए काफी खतरनाक हैं और आखिर में हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक का भी कारण बन सकते हैं।

मामूली तनाव भी हृदय की समस्याओं को जन्म दे सकता है। तनाव की स्थिति में हृदय की मांसपेशियों में खून का प्रवाह बाधित होने का खतरा बढ़ जाता है। इसमें हृदय को पर्याप्त खून और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। इसके अलावा लंबे समय तक तनाव बने रहना खून के थक्के बनने के तरीके को भी प्रभावित कर सकता है। इससे रक्त चिपचिपा हो जाता है और हार्ट अटैक-स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए नियमित एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। कम से कम 15 मिनट हर रोज लो या मीडियम इंटेंसिटी का वर्कआउट जरूर करना चाहिए।

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