धनतेरस पर सोना खरीदने से पहले जान लें शुद्धता मापने के ये तरीके
इन दिनों दीवाली की रौनक बाजारों में खूब देखने को मिल रही है। लोग भी जमकर दीवाली की खरीददारी कर रहे हैं। लोग सोना खरीदने के लिए खासतौर से धनतेरस का इंतजार कर रहे हैं।

इन दिनों दीवाली की रौनक बाजारों में खूब देखने को मिल रही है। लोग भी जमकर दीवाली की खरीददारी कर रहे हैं। लोग सोना खरीदने के लिए खासतौर से धनतेरस का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में आप अगर आप भी धनतेरस पर सोना खरीदने वाले हैं, तो जान लें कि असली सोना कैसे पहचानें।
सिरामिक का करें इस्तेमाल
सभी के घर की रसोई में सिरामिक थालियां मौजूद होती हैं, जिन्हें खान-पान के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इन थालियों के जरिए भी आप सोने की शुद्धता की जांच कर सकते हैं।इसके लिए सबसे पहले एक सिरामिक थाली लें और उसपर हल्के हाथों से सोने को घिसें। अगर आपको थाली पर कालापन नजर आता है, तो यह नकली सोने का संकेत है।वहीं, अगर थाली पर सुनेहरा रंग नजर आए, तो समझ जाएं कि सोना असली है।
पानी की मदद
आप पानी की मदद से भी सोने की शुद्धता का पता लगा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक गहरे बर्तन में पानी भर लें।अब सोने की वस्तु को पानी में डालें और कुछ देर इंतजार करें। अगर आपका आभूषण या वस्तु पानी में तैरने लगे या ऊपर आ जाए, तो यह मिलावट का संकेत होता है।ऐसा इसलिए है, क्योंकि असली सोना कभी भी पानी में तैरता नहीं है और उसमें जंग भी नहीं लगती है।
हॉलमार्क
सोने की शुद्धता की जांच करने का सबसे आसान तरीका उसके हॉलमार्क को देखना होता है। इस स्टैम्प पर सोने की सामग्री और निर्माता की पहचान शामिल की जाती है।सोने की शुद्धता के पैमाने के मानक 'कैरेट' और 'मिलीसिमल फाइननेस' पर आधारित होते हैं। सोने के जेवर या वस्तुएं जितने ज्यादा कैरेट के होंगे, वे उतने ही शुद्ध और असली होंगे।हॉलमार्क में BIS लोगो और हॉलमार्क किए जाने के साल का एक कोड पत्र भी शामिल होता है।