नो स्लीप चैलेंज के चक्कर में न पड़ें, जानें कैसे जानलेवा है नींद की कमी
सोशल मीडिया पर अक्सर नए-नए तरह के ट्रेंड और चैलेंज वायरल होते हैं, जिन्हें लोग आंख मूंदकर फॉलो करते हैं। आजकल ऐसा ही एक चैलेंज चर्चा में है, नो स्लीप चैलेंज।

सोशल मीडिया पर अक्सर नए-नए तरह के ट्रेंड और चैलेंज वायरल होते हैं, जिन्हें लोग आंख मूंदकर फॉलो करते हैं। आजकल ऐसा ही एक चैलेंज चर्चा में है, नो स्लीप चैलेंज। इस चैलेंज की हर तरफ निंद हो रही है। इतना ही नहीं इससे कुछ जानें भी जा चुकी हैं। इस चैलेंज में व्यक्ति को लंबा समय बिना सोए बिताना होता है। आइए, समझते हैं कि क्यों इस जानलेवा चैलेंज को अपनाने से बचना चाहिए।
नींद की कमी से क्या होगा?
लंबे समय तक नींद न पूरी करने से स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है। एक या दो दिन न सोने से आंखें सूज जाती हैं, आंखों के नीचे कालापन आ जाता है, चिड़चिड़ापन हो सकता है और भूख बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, नींद की कमी से मानसिक रोग और हृदय रोग भी होते हैं।
हर व्यक्ति नींद की कमी से अलग-अलग तरीके से उबर पाता है। कुछ लोगों के लिए रातभर की नींद पर्याप्त होती है, तो कई लोगों को इससे उबरने में हफ्तों लग जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक जागने के बाद देर तक सोना नींद तो पूरी कर सकता है, लेकिन इसके हानिकारक प्रभावों को ठीक नहीं कर सकता। ऐसे में जरूरी है कि आप रोजाना 7 घंटे की नींद लें और ऐसे चैलेंज से बचें।
क्या है नो स्लीप चैलेंज?
नो-स्लीप चैलेंज की शुरुआत यूट्यूब पर नॉर्म नामक यूट्यूबर ने की थी। 19 साल के नॉर्म ने लाइव स्ट्रीम पर यह चैलेंज करके गिनीज बुक का सबसे अधिक समय तक जागने का रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश की थी। इस दौरान वह करीब 12 दिनों तक नहीं सोए थे। हालांकि, वह अपने इस कठिन प्रयास के बाद भी रॉबर्ट मैक्डोनाल्ड का 19 दिन तक जागने का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए थे।
नॉर्म के इस 12 घंटे जागने के प्रयास ने सोशल मीडिया पर कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया। कई यूजर्स ने इस चैलेंज को अपनाया, तो कई लोगों ने इस यूट्यूबर की निंदा करते हुए उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई। इस चैलेंज के बाद नॉर्म को कई प्लेटफॉर्म्स से बैन कर दिया गया था। 1997 में गिनीज बुक ने सुरक्षा कारणों के मद्देनजर सबसे लंबे समय तक बिना सोए रहने के रिकॉर्ड को बंद कर दिया था।