किडनी कमजोर होने का है डर तो इन चीजों को खाने में करें शामिल
जब हमारा क्रिएटिन स्तर बढ़ जाता है, तो यह खराब किडनी का संकेत है। इसके बढ़े हुए स्तर को कम करने के लिए आप अपने खान-पान में बदलाव कर सकते हैं।

क्रिएटिन एक तरह का कंपाउंड होता है, जो मांसपेशियों के सेल्स में ऊर्जा बनाने का काम करता है। कई लोग ब्लड टेस्ट में क्रिएटिन की कमी आने पर घबरा जाते हैं। यह वाजिब भी है, क्योंकि क्रिएटिन किडनी की बीमारी की ओर संकेत करती है।
हालांकि, जब हमारा क्रिएटिन स्तर बढ़ जाता है, तो यह खराब किडनी का संकेत है। इसके बढ़े हुए स्तर को कम करने के लिए आप अपने खान-पान में बदलाव कर सकते हैं। आप अपने डाइट में इन चीजों को शामिल करके क्रिएटेनिन के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं।
लाल शिमला मिर्च
आप अपने खाने में लाल शिमला मिर्च को शामिल करके क्रिएटिनिन के स्तर को कम कर सकते हैं। चाहे कच्ची हो या पकी हुई, यह सब्जी विटामिन से भरपूर होती है और किडनी पर अधिक दबाव नहीं डालती है।
फूलगोभी
आप नियमित रूप से एक कप पकी हुई फूलगोभी खा कर बढ़े हुए क्रिएटिनिन को घटा सकते हैं। यह सब्जी शरीर के टॉक्सिक्स को प्रभावी ढंग से शरीर से बाहर निकालने में किडनी की सहायता कर सकती है। आधा कप पकी हुई फूलगोभी में 1.8 ग्राम फाइबर होता है, जो क्रिएटिनिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व भी किडनी को स्वस्थ बनाते हैं।
क्रैनबेरी
क्रैनबेरी एक लाल रंग की स्वादिष्ट बेरी होती है, जिसका स्वाद खट्टा और मीठा होता है। इसके सेवन से पेशाब के रास्ते के संक्रमण (UTI) का इलाज किया जा सकता है, जिसके जरिए किडनी भी दुरुस्त हो सकती हैं। क्रैनबेरी में बायोएक्टिव तत्व और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो क्रिएटिनिन का स्तर कम कर सकते हैं। इसके जरिए पेशाब के रास्ते में मौजूद गंदगी की सफाई भी हो जाती है।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी भी उच्च क्रिएटिनिन स्तर को कम करने में मदद करती है। इस वेस्ट उत्पाद को कम करने के लिए आप रोजाना एक मुट्ठी या आधा कप ब्लूबेरी खाएं। ब्लूबेरी में कई एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो किडनी की सेहत को सुधारने में मदद करते हैं। इस फल में सोडियम और फास्फोरस का स्तर कम होता है, जो इसे किडनी के लिए अच्छा बनाता है।
तो अगर आप भी किडनी की किसी गंभीर बीमारी को लेकर डर रहे हैं, तो आपने खानपान में ये बदलाव करके अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं।