मुंह से सांस लेने को सामान्य मानते हैं तो पढ़ लें ये नुकसान
शायद ही कभी किसी ने गौर किया हो कि नाक की बजाय मुंह से सांस लेने का सेहत पर असर पड़ सकता है। आज आपको बताते हैं कि क्या मुंह से सांस लेना स्वास्थ्य के लिए सही है?

कई लोगों को मुंह से सांस लेने की आदत होती है। अगर सर्दी से नाक बंद हो जाती है, तब भी हम अक्सर मुंह से सांस लेते हैं। छोटे बच्चे अक्सर नाक की जगह मुंह से सांस लेते हैं, तो वहीं सोते हुए कई लोग मुंह से सांस लेते हुए सोते हैं। अक्सर मुंह से सांस लेने को सामान्य ही माना जाता है। शायद ही कभी किसी ने गौर किया हो कि नाक की बजाय मुंह से सांस लेने का सेहत पर असर पड़ सकता है। आज आपको बताते हैं कि क्या मुंह से सांस लेना स्वास्थ्य के लिए सही है?
नाक और मुंह के कार्यों में अंतर होता है। नाक से हम ऑक्सीजन को शारीरिक कोशिकाओं में पहुंचाते हैं, जबकि मुंह से हम खाने पीने के सेंस को फील करते हैं। जब आप नाक का इस्तेमाल खाना खाने के लिए नहीं करते हैं, तो मुंह से सांस क्यों लेना है? नाक का मुख्य कार्य होता है हमें फिल्टर करके सांसों में आने वाली गंदगी और कीटाणुओं से बचाना, जबकि मुंह भोजन को पेट में प्रवेश कराता है और सलाइवा के जरिए शुरुआती डाइजेशन कराता है।
कौन बेहतर?
जिस तरह से हम खाने पीने के लिए मुंह का उपयोग करते हैं, उसी तरह से नाक से सांस लेने का उपयोग करना हमारी सेहत के लिए अच्छा रहेगा। कई बार सर्दी, जुकाम और नाक बंद होने की वजह से हमें मजबूरी में मुंह से सांस लेना पड़ता है, क्योंकि तब कोई और चारा नहीं रहता, लेकिन नॉर्मल कंडीशन में नाक से सांस लेना बेहतर है।
मुंह से सांस लेने के नुकसान
अगर हम मुंह से सांस लेने की कोशिश करेंगे तो ये कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। एक प्रमुख समस्या है गैस्ट्रो-एसोफेजियल रिफ्लक्स रोग, जिसमें पेट में एसिडिटी होने लगती है, जो सेहत के लिए अच्छी स्थिति नहीं है। इसके अलावा, मुंह से सांस लेने से नाक के सांस लेने की तुलना में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे शारीरिक कोशिकाओं में ऑक्सीजन की सप्लाई पर असर पड़ेगा, जो बहुत ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बन सकती है।