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सिर्फ तनाव नहीं, आपका खाना भी हो सकता है घटती याददाश्त का कारण

अगर आप भी चीजें बार-बार भूल जाते हैं, तो इसके लिए सिर्फ तनाव नहीं, बल्कि आपका खानपान भी जिम्मेदार हो सकता है।

सिर्फ तनाव नहीं, आपका खाना भी हो सकता है घटती याददाश्त का कारण
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 30 Sept 2024 5:01 AM IST

मेंटल हेल्थ आज के समय में लोगों के लिए एक गंभीर विषय बना हुआ है। अधिक तनाव और खराब स्वास्थ के कारण अक्सर लोग चीजें भूलने लगते हैं। अगर आप भी चीजें बार-बार भूल जाते हैं, तो इसके लिए सिर्फ तनाव नहीं, बल्कि आपका खानपान भी जिम्मेदार हो सकता है। आपको उन चीजों के बारे में बताते हैं, जिनका असर आपकी याददाश्त पर पड़ता है।

रिफाइंड कार्ब्स

रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट में चीनी और मैदे जैसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड अनाज शामिल होते हैं। इस प्रकार के कार्ब्स में आमतौर पर उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) होता है। एक शोध से पता चला है कि उच्च GI वाला भोजन बच्चों और बड़ों दोनों की स्मृति को प्रभावित कर सकता है।

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड

अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ ऐसे खानों की श्रेणी है, जो अत्यधिक प्रोसेसिंग से गुजरे हैं। इन्हें इनकी प्राकृतिक अवस्था से इस हद तक बदल दिया जाता है कि ये अपने मूल पोषण तत्व खो देते हैं। इनमें आइसक्रीम, ब्रेड, बिस्कुट और पैकेट वाले सूप आदि शामिल हैं। इन खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से मस्तिष्क का स्वास्थ्य प्रधवित हो सकता है और आपकी संज्ञानातनक शक्ति घट सकती है।

चीनी से भरपूर ड्रिंक्स

हम सभी शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए कोल्ड ड्रिंक, सोडा या फलों के जूस का सेवन करते हैं। हालांकि, इन पेय पदार्थों में भरपूर मात्रा में चीनी इस्तेमाल होती है।चीनी युक्त पेय पदार्थों के सेवन से न सिर्फ मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ता है, बल्कि याददाश्त भी कमजोर हो जाती है।अध्ययनों से पता चला है कि इन पेय के सेवन से मस्तिष्क में इंसुलिन प्रतिरोध होता है, जो मस्तिष्क के कार्य को प्रभावित करता है।

फैट से भरपूर खाना

अधिक वसा वाला भोजन हमारे दिमाग के स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।प्राकृतिक खाद्य पदार्थों से मिलने वाली वसा नुकसानदेह नहीं होती है, लेकिन औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस वसा शरीर के लिए हानिकारक होती है।कुछ अध्ययनों से उजागर हुआ है कि जब लोग अधिक मात्रा में ट्रांस वसा का सेवन करते हैं, तो उनमें अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ जाता है और उनकी याददाश्त कमजोर हो जाती है।

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