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बारिश के मौसम में बच्चों में फैलती हैं ये बीमारियां, रहें सतर्क

बच्चों को बारिश में खेलने में काफी मजा आता है। हालांकि, इसी के साथ उन्हें कई तरह की बीमारियों का भी खतरा होता है।

बारिश के मौसम में बच्चों में फैलती हैं ये बीमारियां, रहें सतर्क
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स्टेट मिरर डेस्क
by: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 13 Sept 2024 10:30 PM IST

बारिश का मौसम जितना सुहाना होता है, सेहत के लिए उतना ही नुकसानदेह साबित हो सकता है। खासकर, बच्चों को बारिश में खेलने में काफी मजा आता है। हालांकि, इसी के साथ उन्हें कई तरह की बीमारियों का भी खतरा होता है।

बारिश के गंदे पानी में कई सारे जर्म्स, बैक्टीरिया, वायरस पनपते हैं। ऐसे में इस मौसम में बाहर खेलते समय बच्चों को इन्फेक्शन जल्दी हो जाता है। आइए, जानते हैं बारिश के मौसम में बच्चों को कौन सी बीमारियां हो सकती हैं, जिनसे आपको सतर्क रहना चाहिए।

पेट की समस्या

भले ही बच्चे जिद करें, लेकिन बरसात के मौसम में बाहर के खाने से हमेशा बचना चाहिए। इससे पेट से जुड़ा इंफेक्शन होने का रिस्क बढ़ जाता है। खासतौर पर स्ट्रीट फूड से इस मौसम में परहेज करना चाहिए। खुली और गंदी जगह में बनने वाले खाने और पीने की चीज कई तरह के कीटाणुओं के संपर्क में आ सकती है जिससे डायरिया, उल्टी पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

सांस की समस्या

तापमान में अचानक बदलाव के कारण रेस्पिरेटरी इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसका असर बच्चों की इम्युनिटी पर भी पड़ता है। प्रदूषित हवा में सांस लेने से बच्चों को खांसी, गले में खराश, छींक, घरघराहट और सर्दी जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।

निमोनिया

निमोनिया वाले बैक्टीरिया और वायरस हवा में मौजूद होते हैं। सांस लेने के दौरान यह शरीर में प्रवेश करते हैं और बच्चों को संक्रमित कर देते हैं। इस वजह से फेफड़े में हवा भर जाती है और सूजन की भी समस्या होती है। चूंकि यह फेफड़ों का संक्रमण है इसलिए इसमें खांसी सांस लेने में तकलीफ और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।

डेंगू मलेरिया

डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां भी इस मौसम में तेजी से फैलती है। केवल बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े भी इसकी चपेट में आ जाते हैं। अक्सर घर पर हम बाल्टी और दूसरी चीजों में पानी स्टोर करके रखते हैं। डेंगू के मच्छर इसी पानी में पनपते हैं। डेंगू या मलेरिया होने पर बच्चों में कुछ खास लक्षण दिखने लगते हैं जैसे बुखार, जरूरत से ज्यादा पसीना आना, ठंड लगना, थकान, आंखों में समस्या, स्किन इरिटेशन या रैशेज।

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