चीनी के इन नुकसान को जानकर आज ही छोड़ देंगे
डायबिटीज के मरीजों के लिए तो चीनी नुकसानदेह होती ही है, इससे कई अन्य बीमारियों का भी खतरा होता है।

अगर आप अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अपने खानपान में बदलाव करते हैं, तो आपने भी चीनी छोड़ने की सलाह सुनी होगी। चीनी को स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक माना जाता है। यही वजह है कि कई लोग चीनी की बजाय गुड़ या अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए तो चीनी नुकसानदेह होती ही है, इससे कई अन्य बीमारियों का भी खतरा होता है। आइए, आपको बताते हैं चीनी से होने वाले नुकसान के बारे में। ऐसे में आपको अपने खानपान में चीनी की मात्रा बेहद सीमित करने की जरूरत है।
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर
आमतौर पर मीठे में पाए जाने वाले फ्रुक्टोज का अत्यधिक सेवन, लीवर पर इफेक्ट कर सकता है और फैट बढ़ सकता है. इससे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या हो सकता है, ये एक ऐसी स्थिति जहां लीवर में एक्स्ट्रा फैट जमा हो जाता है.
हृदय रोग
ज्यादा मात्रा में चीनी के सेवन से मोटापा, सूजन और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है, जो दिल की बीमारी के लिए प्रमुख जोखिम कारक है. मीठे फूड आइटम और ड्रिंक्स के सेवन से दिल के दौरे और अन्य हार्ट संबंधी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है.
मोटापा
वजन बढ़ाने में चीनी का बड़ा योगदान होता है, मीठे फूड आइटम के सेवन से ब्लड शुगर लेवल और लालसा बढ़ती है, जिसे अधिक खाने और शरीर में फैट जमा होने लगता है, खासकर पेट के आसपास.
दांतों में सड़न
चीनी मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है, जो एसिड पैदा करती है और दांतों के इनेमल को खत्म कर देती है. समय के साथ इससे कैविटी, दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारी हो सकती है.
कॉग्निटिव हेल्थ में गिरावट
कई रिसर्च से पता चलता है कि ज्यादा मात्रा में चीनी का सेवन दिमाग के काम को नकारात्मक तरीके से प्रभावित कर सकता है, जिससे मेमोरी लॉस हो सकती हैं और डिमेंशिया का खतरा बढ़ सकता है. चीनी कॉग्निटिव हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकती है और डिप्रेशन और चिंता को बढ़ा सकती है.