बेंगलुरु में अब कैब में सेफ होगा रात का सफर, 80 महिलाओं को मिलेंगे कमर्शियल लाइसेंस
एसोसिएशन ऑफ वुमन एंटरप्रेन्योर ऑफ कर्नाटका की अध्यक्ष आशा एनआर ने महिला कैब ड्राइवर्स को लेकर जानकारी दी और कहा कि 28 नवंबर को बेंगलुरू में महिलाओं को 80 से अधिक कमर्शियल लाइसेंस दिए जाएंगे. यह उन्हें परिवहन क्षेत्र में सक्षम बनाने और पुरुषों को चुनौती देने में एक मील का पत्थर साबित होगा.

देर रात कैब में सफर करने में महिलाएं सेफ महसूस नहीं करती हैं. ऐसे में महिला यात्री की इच्छा रहती है कि काश उन्हें कोई महिला कैब ड्राइवर ही मिल जाए तो कितना अच्छा होगा. इसी कड़ी में बेंगलुरू में महिला ड्राइवरों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. दरअसल महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए एसोसिएशन ऑफ वुमन एंटरप्रेन्योर ऑफ कर्नाटका (AWAKE) ने बड़ा कदम उठाया है.
AWAKE ने बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि 28 नवंबर को बेंगलुरू में महिलाओं को 80 से अधिक कमर्शियल लाइसेंस दिए जाएंगे. यह उन्हें परिवहन क्षेत्र में सक्षम बनाने और पुरुषों को चुनौती देने में एक मील का पत्थर साबित होगा.
बढ़ रही महिला ड्राइवरों की मांग
वहीं इसी कड़ी में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार AWAKE की अध्यक्ष आशा एनआर ने कहा कि महिला ड्राइवरों की मांग बढ़ रही है. खासकर बेंगलुरु में रात में सफर करने के दौरान महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं करती. लेकिन यदि ड्राइवर महिला हो तो उनके साथ सफर करना उन्हें अधिक सेफ लगता है. इस कारण मांग अधिक बढ़ती जा रही है.
उन्होंने बताया कि अवेक इस कड़ी में कई ट्रेनिंग प्रोग्राम भी आयोजित कर रहा है. इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में न केवल टैक्सी सेवा उसके साथ-साथ महिलाओं के रोजगार को भी सुरक्षित किया जाता है. साथ ही उन्हें टूर एजेंसियां, सर्विस सेंटर और कार कार वॉश फैसेलिटी जैसे क्षेत्र में काम करने में सक्षम बनाता है.
अब तक 60 महिलाओं को किया जा चुका ट्रेन
उन्होंने कहा कि एक स्थानीय ड्राइविंग स्कूल के साथ प्रोग्राम में 60 से अधिक महिलाओं को पहले ट्रेन किया जा चुका है. इनमें से कई महिलाएं इस समय कंपनियां जैसे गोपिंक जो बेंगलुरू में महिलाओं के लिए टैक्सी सर्विस प्रोवाइड करती हैं उन कंपनियों में अपनी काम कर रही हैं. वहीं उन्होंने कर्नाटका के बिदादी में महिलाओं के लिए रीजनल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर के बारे में भी बात करते हुए कहा कि इस योजना को कर्नाटक सरकार और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का सपोर्ट मिल रहा है.
AWAKE की अध्यक्ष आशा एनआर ने बढ़ती हुई महिला ड्राइवर की डिमांड को लेकर कहा कि यह पहली ऐसी सुविधा है जिसमें पूरे भारत में महिलाओं के लिए ऑटमेटेड ट्रैक्स, घर और ट्रेनिंग रिसोर्स ऑल ओवर इंडिया उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने बताया कि बेंगलुरू में इस समय 30 महिलाएं कर्मशियल ड्राइवर के रूप में काम करती हैं. लेकिन बढ़ती हुई डिमांड को पूरा करने के लिए अधिक महिलाओं की आवश्यकता है.