कौन हैं मितेश खपरा जिनके काम को दुनिया में मिली नई पहचान? टाइम की 100 मोस्ट इनफ्लुएंशल लिस्ट में बनाई जगह
अमेरिका की चर्चित टाइम मैगजीन ने साल 2025 के लिए दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी की है. इस सूची में भारत के मितेश खपरा के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क जैसी हस्तियों के साथ-साथ बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार और भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले मोहम्मद यूनुस भी शामिल हैं.

मितेश खपरा भारतीय कंप्यूटर वैज्ञानिक और आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर हैं, जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता है. उन्हें टाइम मैगजीन की "100 मोस्ट इन्फ्लुएंशल पीपल इन एआई" लिस्ट में जगह मिली है. हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी भारतीय भाषाओं के लिए एआई आधारित टूल्स और चैटबॉट बनाने में उनका अहम रोल रहा है. उनकी रिसर्च और प्रोजेक्ट्स ने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में तकनीकी विकास को नई दिशा दी है.
कौन हैं मितेश खपरा?
मितेश खपरा IIT मद्रास के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसई) विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. AI4Bharat रिसर्च लैब का नेतृत्व करते हैं. उनके शोध का मुख्य फोकस भारतीय भाषाओं के लिए भाषा और ऑडियो AI मॉडल बनाना है. ताकि क्षेत्रीय भाषा के जानकार और बोलने वाले लोग इस तकनीकी सहयोग से मुख्यधारा के साथ कदमताल कर सकें. उन्होंने AI4Bharat की स्थापना 2019 में की थी, जिसका मकसद भारतीय भाषाओं के लिए AI को अंग्रेजी के बराबरी में ला खड़ा करना है.
मितेश खपरा की टीम ने देश भर में लगभग 500 जिलों में जाकर हजारों घंटे की वॉयस रिकॉर्डिंग संकलित की, जिससे 22 आधिकारिक भारतीय भाषाओं को कवर किया. इसका लक्ष्य था इन भाषाओं में AI मॉडल की गुणवत्ता बढ़ाना. सरकार की Bhashini परियोजना में AI4Bharat का योगदान लगभग 80% डाटा मुहैया कराना है, जो डिजिटल सेवाओं को भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराने अहम प्रयास है.
मितेश के मॉडल से सरकारी दस्तावेज का काम हुआ आसान
मितेश खपरा का मॉडल आज भारत में कई उपयोगी जगहों पर काम आ रहे हैं. जैसे-सुप्रीम कोर्ट में दस्तावेज अनुवाद और किसानों के लिए वॉइस बॉट जो सब्सिडी से जुड़ी जानकारी स्थानीय भाषा में देता है.
TIME सूची में शामिल होना क्यों है खास?
उन्हें इस सूची में शामिल करना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अकेले अकादमिक पृष्ठभूमि से आने वाले व्यक्ति हैं. जबकि बाकी नाम जैसे एलोन मस्क और सैम ऑल्टमैन बड़े AI निगमों के संस्थापक या नेता हैं. उनकी उपलब्धियां भारतीय भाषाओं में AI को लोकतांत्रिक, सुलभ और उपयोगी बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं.
मितेश खापरा के अनुसार, "पंद्रह साल पहले, भारत में भाषा प्रौद्योगिकी पर काम करने वाला एक औसत पीएचडी छात्र ज्यादातर अंग्रेज़ी से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करता था." लेकिन अब, इन डेटाबेस की उपलब्धता के साथ, मैं एक बदलाव देख रहा हूं, भारतीय छात्र भारतीय भाषाओं से जुड़ी चुनौतियों पर तेजी से काम कर रहे हैं."
ट्रंप, एलन मस्क और जुकरबर्ग भी इस सूची में शामिल
टाइम 100 उद्यमिता और एआई सूची तकनीकी जगत में सबसे सम्मानित पुरस्कारों में से एक है. यह सम्मान एआई के भविष्य को आकार देने वाले शोधकर्ता, उद्यमी और नीति निर्माताओं को दिया जाता है. इस कैटेगरी में इस बार मितेश खपरा के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कारोबारी इलॉन मस्क को भी जगह मिली है. ट्रम्प को इससे पहले टाइम मैगजीन ने 2016 और 2024 के लिए पर्सन ऑफ द ईयर चुना था. 2025 की लिस्ट में मशहूर सिंगर ईडी शिरीन, अमेरिकी एक्टर और सिंगर स्कारलेट जोहानसन, मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग को भी शामिल किया गया है.