कौन हैं अमरीन कौर, जो विक्रमादित्य सिंह की बनेगी दूसरी दुल्हनिया? दोनों पुराने मित्र!
जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह जल्द ही दूसरी शादी करने वाले हैं. उनकी दुल्हन बनने जा रही हैं अमरीन कौर, जो उनकी पुरानी मित्र बताई जाती हैं. अमरीन कौर पेशे से शिक्षिका हैं और जम्मू की जानी-मानी फैमिली से ताल्लुक रखती हैं. विक्रमादित्य की पहली पत्नी चित्रांगदा सिंह से अलगाव के बाद यह उनकी दूसरी शादी होगी.

हिमाचल प्रदेश की राजनीति और समाज इन दिनों एक बड़ी चर्चा का गवाह बन रहे हैं. प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री और बुशहर राजघराने के वारिस विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार विवाह करने जा रहे हैं. उनका विवाह चंडीगढ़ निवासी अमरीन कौर से तय हुआ है. यह शाही शादी 22 सितंबर 2025 को चंडीगढ़ स्थित उनके निवास हाउस नंबर 38, सेक्टर-2 में धूमधाम से संपन्न होगी.
जानकारी के अनुसार, सुबह 10 बजे विवाह की रस्में होंगी और दोपहर 1 बजे लंच का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर प्रदेश के दिग्गज नेता और कई विशिष्ट हस्तियां शिरकत करेंगी. माना जा रहा है कि यह विवाह समारोह पूरी तरह से शाही अंदाज में होगा और लंबे समय तक सुर्खियों में बना रहेगा.
कौन हैं अमरीन कौर?
अमरीन कौर चंडीगढ़ निवासी हैं और सरदार जोतिंदर सिंह सेखों व सरदारनी ओपिंदर कौर की बेटी हैं. वह पंजाब यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान (Psychology) की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. बताया जाता है कि अमरीन और विक्रमादित्य पुराने मित्र हैं. खास बात यह है कि अमरीन कौर ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की है.
विक्रमादित्य सिंह की पहली शादी
विक्रमादित्य सिंह की पहली शादी 8 मार्च 2019 को राजस्थान के मेवात वंश की राजकुमारी सुदर्शना सिंह के साथ हुई थी. विवाह उदयपुर के कानोता गांव स्थित कनोतागढ़ पैलेस में सम्पन्न हुआ था. सुदर्शना ने सोफिया कॉलेज, मुंबई से समाजशास्त्र में मास्टर्स और इंटीरियर डिजाइनिंग का कोर्स किया है. हालांकि शादी के बाद मतभेद बढ़ने पर मामला जयपुर फैमिली कोर्ट तक पहुंचा और गंभीर आरोपों के बीच दोनों का तलाक हो गया. इसके बाद विक्रमादित्य के निजी जीवन पर खूब चर्चाएं होती रहीं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
विक्रमादित्य सिंह, छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे हैं. वह शिमला ग्रामीण से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं.2017 में 28 वर्ष की आयु में उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था और उस समय पिता-पुत्र की जोड़ी एक साथ सदन में पहुंची थी.
वर्तमान में वे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में लोक निर्माण विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं. पिछले वर्ष मंडी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरकर उन्होंने भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत को चुनौती दी थी, हालांकि इस मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा
36 वर्षीय विक्रमादित्य सिंह न केवल राजनीति बल्कि सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं. अब उनकी दूसरी शादी की घोषणा के बाद प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. माना जा रहा है कि यह विवाह समारोह हिमाचल की राजनीति और समाज में शाही अंदाज का रंग भर देगा.