क्या है चुनाव आयोग की SOP, उद्धव के हेलीकॉप्टर की तलाशी हो रही तो बीजेपी नेताओं की क्यों नहीं?
Election Commission-SOP: चुनाव आयोग ने मंगलवार को शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने SOP की निष्पक्षता पर लगाए गए आरोपो का जवाब दिया है. आयोग का कहना है कि एजेंसियां सभी दलों के लिए सख्त एसओपी का पालन कर रही हैं.

Election Commission-SOP: भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बैग की तलाशी ली थी, जिसे लेकर विवाद गहरा गया और सरकार पर विपक्ष को सताने का आरोप लगा. वहीं ECI ने इस बात पर जोर दिया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले निष्पक्ष चुनाव माहौल सुनिश्चित करने के लिए सभी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर (SOP) का पालन किया गया.
उद्धव ठाकरे ने कहा था कि जब वे हेलीकॉप्टर से वानी पहुंचे तो कई चुनाव अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की. उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से कहा कि वे उन अधिकारियों की जेब और पहचान पत्र भी चेक करें जो बैग की जांच कर रहे हैं. ठाकरे ने कहा कि वे चुनाव अधिकारियों से नाराज नहीं हैं. इसके बाद उन्होंने कहा, 'आप अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा.'
क्या सिर्फ विपक्ष की हो रही है जांच?
चुनाव आयोग पर लगातार आरोप लग रहे हैं कि वह सत्ता पक्ष का SOP के जरिए जांच नहीं करती है, बल्कि विपक्ष को परेशान किया जा रहा है. इस पर चुनाव आयोग का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान बिहार में भी इसी तरह का मुद्दा उठाया गया था और यह स्पष्ट किया गया था कि 24 अप्रैल को भागलपुर जिले में जे पी नड्डा और 21 अप्रैल को कटिहार जिले में अमित शाह सहित प्रमुख नेताओं के हेलीकॉप्टरों की भी SOP के अनुसार जांच की गई थी.
क्या है स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर (SOP)?
चुनाव में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्यूर (SOP) का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी, सुसंगत और व्यवस्थित बनाना है. SOP चुनावी प्रक्रिया को व्यवस्थित, सुरक्षित और प्रभावी बनाने में मदद करता है, जिससे उम्मीदवारों, मतदाताओं, चुनाव अधिकारियों और अन्य संबंधित लोगों को स्पष्ट दिशा-निर्देश मिलते हैं. इस दौरान कभी-कभी उम्मीदवारों की चेकिंग भी की जाती है, जिसके तहत पारदर्शिता को सुनिश्चित किया जाता है.
सभी नेताओं की हो रही है जांच -ECI
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि प्रवर्तन एजेंसियों को सभी नेताओं के हेलीकॉप्टरों की जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समान अवसर मिल सके. उद्धव ने सोमवार को दावा किया था कि 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के लिए महाराष्ट्र के यवतमाल पहुंचने पर चुनाव अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की थी. शिवसेना (UBT) ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसे ठाकरे ने उस समय रिकॉर्ड किया था जब चुनाव अधिकारी यवतमाल पहुंचने पर उनके बैग की जांच कर रहे थे.