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पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक एयरस्पेस में नई जंग! अब NOTAM बना चर्चा का केंद्र, आखिर होता क्‍या है यह?

जब कोई विमान उड़ान भरने की तैयारी करता है, तो सिर्फ मौसम या उड़ान की दिशा ही जरूरी नहीं होती, एक और बेहद अहम चीज होती है, जिसे पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते. वो है NOTAM, यानी "Notice to Airmen".

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक एयरस्पेस में नई जंग! अब NOTAM बना चर्चा का केंद्र, आखिर होता क्‍या है यह?
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( Image Source:  canva )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 1 May 2025 9:30 PM IST

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने न सिर्फ भारत को दहला दिया, बल्कि कूटनीतिक और सुरक्षा स्तर पर भी हलचल मचा दी है. 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की हत्या के बाद भारत ने जहां पाकिस्तान के साथ पानी और वीज़ा पर सख्त कदम उठाए, वहीं अब हवाई मोर्चे पर भी टकराव तेज़ हो गया है. भारत और पाकिस्तान—दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ एयरस्पेस (हवाई क्षेत्र) पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस फैसले के बीच अब एक शब्द तेजी से वायरल हो रहा है - NOTAM.

आख़िर ये NOTAM क्या है? क्यों यह पायलटों और सुरक्षा एजेंसियों के लिए इतना अहम है? और एयरस्पेस बंद करने का सीधा मतलब क्या होता है? आइए, इन सवालों को आसान भाषा में समझते हैं.

जब कोई विमान उड़ान भरने की तैयारी करता है, तो सिर्फ मौसम या उड़ान की दिशा ही जरूरी नहीं होती, एक और बेहद अहम चीज होती है, जिसे पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते. वो है NOTAM, यानी "Notice to Airmen". यह एक आधिकारिक सूचना होती है जो उड़ानों से जुड़े किसी भी बदलाव, खतरे या नई व्यवस्था के बारे में बताती है.

क्या होता है NOTAM?

NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) एक आधिकारिक सूचना होती है जिसे देश की विमानन प्राधिकरण द्वारा जारी किया जाता है. इसका मकसद पायलटों और अन्य उड़ान संचालन कर्मचारियों को यह सूचित करना होता है कि किसी हवाई मार्ग, हवाईअड्डे या अन्य एरोनॉटिकल सुविधा में कोई बदलाव, समस्या या खतरा है, जो उड़ान को प्रभावित कर सकता है.

किस तरह की जानकारी दी जाती है NOTAM में?

  • किसी हवाई पट्टी (Runway) का अस्थायी बंद होना
  • एयरस्पेस में बदलाव, जैसे नई उड़ान ऊंचाई या मार्ग परिवर्तन
  • खराब मौसम की चेतावनी जैसे धुंध, बर्फबारी, तूफान
  • सैन्य अभ्यास या फायरिंग रेंज में गतिविधियां
  • कोई तकनीकी गड़बड़ी जैसे नेविगेशन सिस्टम का काम न करना

हर NOTAM में इन बिंदुओं पर खास ध्यान दिया जाता है

  • स्थान (Location)
  • समय (Effective Time)
  • खतरे या बदलाव का प्रकार (Nature of Hazard/Change)
  • निर्देश या सिफारिश (Instructions for Pilots)

कैसे भेजा जाता है NOTAM?

NOTAM को टेलीकम्युनिकेशन माध्यमों (जैसे एयर ट्रैफिक नेटवर्क, सैटेलाइट लिंक या इंटरनेट बेस्ड सिस्टम) से तुरंत पायलटों, एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर्स तक भेजा जाता है. यह एक तरह से उड़ानों का 'रियल-टाइम अलर्ट सिस्टम' है.

NOTAM की क्यों होती है जरूरत?

  • यह पायलट को संभावित खतरों के बारे में पहले से आगाह करता है
  • इससे उड़ान संचालन ज्यादा सुरक्षित और कुशल बनता है
  • यह निर्णय लेने में मदद करता है कि उड़ान टालनी है या रास्ता बदलना है
  • बड़े हादसों को रोकने में यह भूमिका निभाता है

उदाहरण के लिए, अगर किसी रनवे पर काम चल रहा हो और पायलट को NOTAM न मिले, तो विमान लैंडिंग के समय गंभीर दुर्घटना का शिकार हो सकता है.

कहां-कहां लागू होता है NOTAM?

  • घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर
  • नागरिक और सैन्य दोनों तरह की उड़ानों में
  • उड़ान भरने से लेकर उतरने तक की हर प्रक्रिया में
  • एयरस्पेस के उस हिस्से में जहां कोई गतिविधि चल रही हो (जैसे वीआईपी मूवमेंट, अंतरिक्ष प्रक्षेपण, आदि)

रोचक तथ्य

NOTAM की शुरुआत 1930 के दशक में हुई थी. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ICAO (International Civil Aviation Organization) इसके दिशा-निर्देश तय करता है. अब ‘Notice to Airmen’ की जगह ‘Notice to Air Missions’ शब्द प्रयोग हो रहा है ताकि यह जेंडर न्यूट्रल हो सके.

NOTAM एक ऐसा तंत्र है जो हवा में उड़ती जिंदगी की रक्षा करता है. यह दिखने में एक सामान्य सूचना जैसा हो सकता है, लेकिन इसके पीछे छुपा हर शब्द, हर चेतावनी और हर निर्देश हजारों यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा होता है. इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि NOTAM हवाई यात्रा की अदृश्य सुरक्षा ढाल है.

आतंकी हमला
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