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उद्धव ठाकरे को क्यों पड़ी देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की जरूरत? हार के बाद पहली बार मिले दोनों नेता

शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे मंगलवार को महाराष्ट्र के नए CM देवेंद्र फडणवीस के साथ मुलाकात के लिए पहुंचे. वहीं इस दौरान उनके साथ उनके बेटे आदित्या ठाकरे भी मौजूद रहे. नए सीएम बनने पर उद्धव ठाकरे ने उन्हें बधाई दी.

उद्धव ठाकरे को क्यों पड़ी देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की जरूरत? हार के बाद पहली बार मिले दोनों नेता
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Published on: 17 Dec 2024 8:12 PM

महाराष्ट्र चुनाव का शोरगुल थमते ही बीजेपी सत्ता संभाल चुकी है. लेकिन विपक्ष अभी भी सत्ता पक्ष पर निशाना साधने से पीछे नहीं हट रही. विपक्ष अभी भी अपनी हार का ईवीएम की विश्वसनियता पर सवाल खड़े कर रही है. जहां एक ओर विपक्ष सत्ता पक्ष पर सवाल खड़े कर रहा है. दूसरी ओर राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है.

दरअसल उद्धव ठाकरे ने चुनाव के बाद पहली बार मंगलवार को नागपुर में महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित CM देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और CM बनने की बधाई दी. वहीं इस मुलाकात में उद्धव ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्या ठाकरे भी मौजूद रहे.

महाराष्ट्र के हित के लिए ये कदम

CM फडणवीस से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह कदम महाराष्ट्र के हितों के लिए मिलकर काम करने की दिशा में एक कदम है. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि आज पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने CM फडणवीस से मुलाकात की हमने जो किया है, वह एक कदम आगे है.

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को मच्योरिटी दिखानी चाहिए और महाराष्ट्र के हित में साथ मिलकर काम करना चाहिए. हम विपक्ष हो सकते हैं और वे सत्तारूढ़ गठबंधन में हो सकते हैं, लेकिन हम सभी जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और वे (सत्तारूढ़ दल) भी हमारी बात सुन सकते हैं, जिससे कुछ अच्छी चीजें हो सकती हैं.

BJP से तोड़ा था नाता

साल 2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़कर बाहर चले गए थे. दरअसल भाजपा से इस बात से नाराज होकर अलग हुए कि पार्टी या तो उन्हें या फिर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में चुने. हालांकि उस दौरान उनके इस कदम ने सबको हैरत में डाल दिया था. साथ ही CM पद पाने के लिए उन्होंने कांग्रेस और राकंपा के साथ गठबंधन किया था.

हालांकि भले ही कांग्रेस और राकंपा के साथ मिलकर सरकार बनाई और CM पद संभाला था. लेकिन गठबंधित सरकार ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई. ऐसा इसलिए साल 2022 में शिवसेना के बड़े नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी छोड़ बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया था. भाजपा के साथ जाने के साथ वह अपने विधायकों को भी बीजेपी में ले गए थे. इसके बाद शिंदे उपमुख्यमंत्री बने उनके साथ फडणवीस भी थे. हालांकि इसके अगले साल ही अजीत पवार ने भी भाजपा का साथ देकर NCP को तोड़ दिया था.

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