Begin typing your search...

विजय की रैली में भगदड़ को लेकर पार्टी के जिला सचिव गिरफ्तार, 41 लोगों की हुई थी मौत- करूर हादसे में अब तक क्या-क्या आया सामने

तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार को हुई रैली में भीड़ भगदड़ में 41 लोगों की मौत और 60 के घायल होने के मामले में, अभिनेता विजय के नेतृत्व वाली तमिलागा वेट्ट्री कझगम (Tamilaga Vettri Kazhagam) के जिला सचिव मथियाझगन को गिरफ्तार किया गया है.

विजय की रैली में भगदड़ को लेकर पार्टी के जिला सचिव गिरफ्तार, 41 लोगों की हुई थी मौत- करूर हादसे में अब तक क्या-क्या आया सामने
X
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 29 Sept 2025 11:39 PM IST

तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता और राजनेता विजय की रैली के दौरान हुए भयानक भगदड़ हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया. इस हादसे में 41 लोगों की मौत हुई और 60 से अधिक लोग घायल हुए. पुलिस ने इस मामले में टीवीके (Tamilaga Vettri Kazhagam) के करूर वेस्ट जिला सचिव मथियाज़गन को गिरफ्तार किया है, जिन पर सुरक्षा में चूक के आरोप हैं.

राजनीतिक और प्रशासनिक गलतीयों के कारण हुए इस हादसे ने सवाल खड़े कर दिए हैं. हादसे के बाद रैली में जुटी भीड़ और आयोजकों की लापरवाही से बचाव के इंतजामों में चूक सामने आई. इस मामले में पुलिस ने टीवीके के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर भी मुकदमे दर्ज किए हैं.

मथियाज़गन पर गंभीर आरोप

पुलिस ने मथियाज़गन के खिलाफ हत्या के प्रयास, हत्या का दोषारोपण (culpable homicide) और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के तहत मामला दर्ज किया है. उनके साथ ही टीवीके के महासचिव बुसी आनंद और संयुक्त महासचिव निर्मल सेकर के खिलाफ भी केस दर्ज किए गए हैं.

FIR के मुताबिक, रैली में मौजूद विजय को भी 11 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. शिकायत में दावा किया गया है कि विजय ने राजनीतिक ताकत दिखाने के लिए अपनी उपस्थिति लगभग चार घंटे तक विलंबित की, जिससे भीड़ में असंतोष और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई.

अनुमति के बिना रोड शो और संगठन की लापरवाही

FIR में यह भी उल्लेख है कि विजय ने बिना अनुमति रोड शो किया और पार्टी कार्यकर्ताओं में "अनावश्यक अपेक्षाएं" पैदा कीं. वरिष्ठ टीवीके नेताओं ने बार-बार चेतावनी के बावजूद सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी की. रैली में 25,000 से अधिक लोग जुटे थे, जबकि आयोजन स्थल की क्षमता केवल 10,000 लोगों की थी. अत्यधिक भीड़, तेज धूप और भोजन-पानी की कमी के कारण भगदड़ की स्थिति बनी. भीड़ ने बैरिकेड तोड़े और टिन की छत और पेड़ों पर चढ़ गई, जो गिर जाने के कारण कई लोग नीचे आ गिरे.

हादसे में मृतकों और घायल लोगों का विवरण

41 मृतकों में कम से कम 10 बच्चे और 18 महिलाएं शामिल थीं. अस्पताल रिकॉर्ड के अनुसार, घायल हुए लोग भी गंभीर स्थिति में थे. FIR में ट्रैफिक व्यवस्था की विफलता और जनता के लिए हुई कठिनाइयों का भी जिक्र है. रैली में विजय के स्वागत कार्यक्रम को आधिकारिक शर्तों का उल्लंघन बताते हुए दर्ज किया गया.

CBI जांच की मांग और राजनीतिक आरोप

टीवीके नेता आधव अर्जुन ने मद्रास हाईकोर्ट में CBI जांच की मांग की है और राज्य सरकार को निर्देश देने का अनुरोध किया है कि विजय को मृतकों के परिवारों से मिलने से रोका न जाए. टीवीके ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी DMK पर साजिश का आरोप लगाया, जिसे सरकार ने पूरी तरह से खारिज किया. पुलिस की कार्यवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं, जिसमें बल तैनाती, भीड़ नियंत्रण और रैली में उपस्थित लोगों की संख्या का अनुमान लगाने में कमी का आरोप शामिल है.

विजय का दुख और मुआवजे की घोषणा

विजय ने हादसे पर "अवर्णनीय पीड़ा" जताई और मृतकों के परिवारों के लिए 20 लाख रुपये और घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की. उन्होंने घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की.

अगला लेख