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पढ़ें वाइस एडमिरल आरती सरीन के बारे में, जो बनीं AFMS की पहली महिला DG

सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन 46वें AFMS की डायरेक्टर जेनेरल (DG) का पदभार संभालने वाली पहली महिला बनी हैं. वो आर्मड फोर्स के तीनों ही भाग में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. इसके अलावा Armed Forces Medical College, Pune की डायरेक्टर के पोस्ट पर भी काम कर चुकी हैं.

पढ़ें वाइस एडमिरल आरती सरीन के बारे में, जो बनीं AFMS की पहली महिला DG
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Vice Admiral Aarti Sarin Pic Credit- PIB
प्रिया पांडे
Edited By: प्रिया पांडे

Updated on: 2 Oct 2024 12:00 PM IST

सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन ने 1 अक्टूबर, 2024 को Armed Forces Medical Services (AFMS) की डायरेक्टर जेनेरल (DG) का पदभार संभालकर इतिहास रच दिया. वे इस पद को संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं, जो Armed Forces की हेल्थ पॉलिसी से जुड़े मामलों में डिफेंस मिनिस्ट्री के लिए सीधे उत्तरदायी हैं.

आरती सरीन ने 46वें DGAFMS का कार्यभार संभालने से पहले कई जरूरी पदों पर काम किया है. उन्होंने डीजी मेडिकल सर्विसेज (नौसेना) और डीजी मेडिकल सर्विसेज (एयर) के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों पर काम किया हैं. इसके अलावा, वे आर्मड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज(AFMC), पुणे के डायरेक्टर और कमांडेंट के पोस्ट पर कार्य कर चुकी है.

आरती सरीन की शिक्षा

आरती सरीन की पढ़ाई AFMC, पुणे से हुई है, जहां से उन्होंने रेडियोडायग्नोसिस में MD किया. उन्होंने टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई से रेडिएशन ऑन्कोलॉजी में डिप्लोमेट नेशनल बोर्ड की डिग्री प्राप्त की है और पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी से गामा नाइफ सर्जरी में भी ट्रेनिंग लिया है.

अचीवमेंट्स

38 साल के लंबे करियर में, उन्होंने कई प्रमुख शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों पर काम किया. वे आर्मी हॉस्पिटल (R&R) में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की प्रोफेसर और प्रमुख के रूप में भी काम कर चुकी हैं, साथ ही INSH अश्विनी के कमांडिंग ऑफिसर भी रहीं. Indian Armed Forces की तीनों शाखाओं में सेवा करने का गौरव मिल चुका हैं और साथ ही उन्होंने भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं हैं.

अवार्ड

आरती सरीन के काम को देखते हुए, उन्हें 2024 में अति विशिष्ट सेवा मेडल और 2021 में विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया. इसके अलावा, उन्हें चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ और जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ द्वारा सर्टिफिकेट भी मिले हैं. हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें मेडिकल प्रोफेशनल्स के लिए सुरक्षित काम करने की कंडिशन और प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए नेशनल टास्क फोर्स का मेंबर नियुक्त किया है.

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